- स्टाफ और तीमारदारों के बीच मारपीट का मामला पहुंचा थाने

- तीमारदारों ने इज्जतनगर थाने में दी तहरीर

बरेली: कर्मचारी नगर के प्राइवेट हॉस्पिटल में एडमिट पेशेंट से नहीं मिल पाने से नाराज तीमारदारों ने जमकर हंगामा किया। तीमारदारों का कहना था कि उनके मरीज की मौत हो चुकी है इसके बाद भी ज्यादा बिल बनाने के लालच में उसे जिंदा बताकर वेंटिलेटर पर रखा गया है। जब पैरामेडिकल स्टाफ ने तीमारदारों को समझाने का प्रयास किया तो वह हाथपाई पर उतारू हो गए। हंगामा बढ़ा तो मामला इज्जतनगर थाने पहुंच गया। दोनों पक्षों की बात सुनने के बाद पुलिस हॉस्पिटल पहुंची तो मरीज जिंदा मिला।

बेटे को देखकर हुआ बेहोश

थाना भोजीपुरा के वीरपुर निवासी 65 वर्षीय वेदराम खेतीबाड़ी करते है। उनके तीन बेटे बलराम, प्रमुख और आमेंद्र कामकाज में उनका हाथ बटांते हैं। तीमारदारों को मुताबिक फ्राइडे को उनका बेटा बलराम पड़ोस में कुछ काम कर रहा था। इसीबीच बलराम के पैर में चोट लग गई। वह लहुलुहान हालत में घर पहुंचा तो बेटे को देख वेदराम की तबीयत बिगड़ गई और वह बेहोश होकर गिर पड़े। फिर परिजन उन्हे लेकर कर्मचारी नगर के प्राइवेट हॉस्पिटल पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने उन्हें वेंटीलेटर पर रख दिया।

परिजनों को मिलने से रोका

सैटरडे को परिजन वेदराम से मिलने हॉस्पिटल पहुंचे, तो डॉक्टर ने मरीज की हालत नाजुक बताते हुए उन्हे मिलने से मना कर दिया। इस दौरान तीमारदारों को लगा कि उनके मरीज की मौत हो गई, और डॉक्टर मरीज को जबरन वेंटीलेटर पर रख कर उनसे पैसा वसूल रहे हैं। इसे लेकर वह हंगामा करने लगे। जब पैरामेडिकल स्टाफ ने उन्हें समझाने की कोशिश तो हाथापाई पर उतारु हो गए।

जिंदा मिला मरीज

तीमारदारों का गुट इज्जतनगर थाने पहुंचा। जहां पर उन्होने शव न देने का आरोप लगाते हुए तहरीर दी। जब पुलिस तीमारदारों के साथ हॉस्पिटल पहुंची तो मरीज वेंटिलेटर पर जिंदा मिला। मरीज को जिंदा देख तीमारदार भी हैरत में रह गए। फिर पुलिस की मौजूदगी में तीमारदार मरीज को हॉस्पिटल से डिसचार्ज कराकर अपने साथ ले गए। इस मामले में इंस्पेक्टर इज्जतनगर केके वर्मा ने बताया कि पैसे के लेन-देने को लेकर तीमारदारों ने हंगामा काटा था। और थाने में तहरीर दी थी। जब पुलिस हॉस्पिटल में पहुंची तो मरीज वेंटिलेटर पर जिंदा मिला।

Posted By: Inextlive