- BHU के विश्वनाथ मंदिर के पीछे लगाया जा रहा है फ्लोरल क्लॉक

- वक्त बताने वाला यह अनूठा क्लॉक बनकर है तैयार, फूलों को सजाने का काम है शेष

- देश की किसी भी यूनिवर्सिटी में लगाया जाने वाला है यह पहला क्लॉक

VARANASI:

हरे भरे कैंपस की पहचान रखने वाले बीएचयू की विशेषताओं में एक और खासियत जोड़ने की कवायद की जा रही है। बीएचयू के विश्वनाथ मंदिर के पीछे के गार्डेन में रंग-बिरंगे फूलों को कुछ ऐसे सजाया जा रहा है जिससे कि लोगों को उनकी सुंदरता अपनी ओर आकृष्ट करे। इसके साथ ही करीने से सजे ये फूल समय भी बतायेंगे। जी हां, यहां फ्लोरल क्लॉक बनाया जा रहा है।

आठ लाख की है लागत

देश की किसी भी यूनिवर्सिटी में लगाया जाने वाला यह पहला फ्लोरल क्लॉक है। फिलहाल क्लॉक की पूरी संरचना बनकर तैयार हो गयी है। क्लॉक ने समय बताना भी शुरू कर दिया है लेकिन अभी उसके डायल पर फूलों को सजाने का काम बाकी है। बीएचयू के हॉर्टिकल्चर ऑफिसर डॉ। एसपी सिंह के अनुसार इस क्लॉक को बनाने में तीन से चार महीने का समय लगा। इसमें तकरीबन आठ लाख रुपये खर्च हुए। इसे बंगलुरू, हैदराबाद और सूरत के इंजीनियर्स ने तैयार किया है। इस क्लॉक में मशीन तो जर्मनी की है लेकिन उसका इंस्टालेशन देश की ही एक क्लॉक निर्माता कंपनी कर रही है।

इस क्लॉक में हैं पेंडुलम

इस फ्लोरल क्लॉक की खासियत है इसके साथ पेंडुलम का होना। जो कि इसके चलते रहने की जानकारी देगा। क्लॉक से थोड़ा हटकर इसका कंट्रोल रूम बनाया गया है। जिसके उपर पेंडुलम लगाया है। यह क्लॉक बिजली से चलेगी। बिजली न रहने पर इसे बैटरी से बैकअप दिया जाएगा। क्लॉक के डायल पर ऐसे फूलों को सजाया जाना है जिन पर धूप और बारिश का असर न हो। फूलों को सजाने के लिए अनुकूल मौसम का इंतजार किया जा रहा है। अप्रैल तक काम के पूरा हो जाने की संभावना है। बीएचयू के अलावा देश के दूसरे इलाकों में अपने तरह का यह पांचवां क्लॉक होगा।

Posted By: Inextlive