यूं तो फ्लू बीमारी से हम भारतीय भी अच्‍छे से परिचित हैं। साल भर में एक बार इसका सीजन जोर पकड़ता है और देश भर में सैकड़ों बच्‍चों और बड़ों की जान ले लेता है। ऐसे ही इस समय अमेरिका के तमाम इलाकों और शहरों में फ्लू वायरस से कहर बरपाया हुआ है जिसके असर से अब तक 53 जानें जा चुकी हैं।

अमेरिका में इस साल के फ्लू सीजन में बीमारी का कहर कुछ ज्यादा ही बढ़ गया है। जनवरी के लास्ट वीक में ही करीब 16 बच्चों की जानें जा चुकी है। अमेरिका के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (सीडीसी) की रिपोर्ट के मुताबिक फ्लू से मरने वालों की संख्या बढ़कर 53 हो गई है और बता दें कि मरने वालों में सभी बच्चे हैं।

 

एक लाख लोगों में करीब 51लोग हैं फ्लू से पीडित

सरकारी रिपोर्ट के मुताबिक करेंट फ्लू सीजन के दौरान करीब 1 लाख लोगों में से 51 से ज्यादा लोग फ्लू से पीडि़त पाए गए हैं। इससे पहले साल 2014-2015 में फ्लू के फैलने से 7 लाख 10 हजार लोग अस्पताल में भर्ती कराए गए थे, जिनमें से 148 लोगों ने जान गंवा दी थी।

 

 

एच3एन2 वायरस ने मचाया कहर, टीका लगवाने की हिदायत

इंफ्लूएंजा ए (एच3एन2) वायरस से खासतौर पर बुजुर्ग और बच्चे ही प्रभावित हो रहे हैं। सीडीसी के डॉ. एने सूशा ने बताया कि हमें आशंका है कि फ्लू के कारण इस बार 2014-2015 से ज्यादा खतरनाक स्थिति हो सकती है। मालूम हो कि पिछले दस हफ्तों में फ्लू बीमारी अमेरिका के 48 राज्यों में फैल चुकी है। सीडीसी ने लोगों को सलाह दी है कि जो फ्लू से पीडि़त हैं, वे घर में ही रहें जिससे संक्रमण बाकी लोगों में ना फैल सके। जिन्होंने अब तक फ्लू का टीका नहीं लगवाया है, वे जल्द से जल्द टीका लगवा लें। इसके अलावा सभी लोगों साफ सफाई की हिदायत भी दी गई हैं। कहा गया है कि लगातार हाथ धोएं और खांसते व छींकते समय मुंह ढक कर रखें।

Posted By: Chandramohan Mishra