अरुण जेटली के अंतिम दर्शन के लिए लोग बेताब, निगमबोध घाट पर होगा अंतिम संस्कार
कानपुर। पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली के निधन से शोक की लहर दाैड़ गई है। उन्हें देश और दुनिया भर से श्रद्धांजलि दी जा रही है। 66 साल के पूर्व मंत्री अरुण जेटली के अावास पर उनके अंतिम दर्शन व श्रद्धांजलि देने के लिए राजनेताओं की लाइन लगी है। अरुण जेटली का अंतिम संस्कार दिल्ली में निगमबोध घाट पर किया जाएगा।
देश और दुनिया भर से दी जा रही है अरुण जेटली को श्रद्धांजलि, प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति सहित सभी राजनीतिक दलों के नेताओं ने पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी,अंतिम संस्कार दिल्ली में निगमबोध घाट पर आजख़बरों को विस्तार से देखें #Vaarta में https://t.co/GxE2JRfiTT pic.twitter.com/GU8qAvCHt1— दूरदर्शन न्यूज़ (@DDNewsHindi)
एम्स दिल्ली में अंतिम सांस ली
हालांकि इसके पहले अरुण जेटली का पार्थिव शरीर भाजपा के मुख्यालय में अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। यहां पार्टी कार्यकर्ता व उनके समर्थक उनको अंतिम विदाई दे सकेंगे। बता दें कि पूर्व वित्त मंत्री व भाजपा नेता अरुण लंबे समय से बीमार थे। उन्होंने शनिवार को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) दिल्ली में अंतिम सांस ली है।
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वित्त और रक्षा विभागों को संभाला
अरुण जेटली दिल्ली के एम्स में 9 अगस्त को भर्ती हुए थे। यहां पर सीनियर डाॅक्टरों की टीम द्वारा उनका उचित इलाज किया गया था।अरुण जेटली राजनेता होने के साथ-साथ वकील भी थे। वह भाजपा सरकार के पहले कार्यकाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल के प्रमुख सदस्य थे। उन्होंने वित्त और रक्षा विभागों को संभाला।
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संकटमोचन के रूप में कार्य किया
अरुण जेटली ने खास अवसरों पर सरकार के मुख्य संकटमोचन के रूप में कार्य किया। अरुण जेटली ने 2019 का लोकसभा चुनाव अपने बीमार होने के कारण नहीं लड़ा था। अरुण जेटली जब इस साल मई में भाजपा प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में वापस आई, तब वह अपनी स्वास्थ्य स्थिति का हवाला देते हुए नए मंत्रिमंडल से बाहर हो गए थे।
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