किडनी के मरीजों की फ्री डायलिसिस
प्रदेश में अब तक सिर्फ आजमगढ़ में उपलब्ध है यह सुविधा
जर्मनी से आयातित आरओ प्लांट का पानी होगा यूज, करोड़ों की लागत से बना है केंद्र vineet.tiwari@inext.co.in ALLAHABAD: मुलायम सिंह यादव का संसदीय निर्वाचन क्षेत्र होने के चलते आजमगढ़ भले ही बाजी मार ले गया हो लेकिन, इलाहाबाद भी ज्यादा पिछड़ा नहीं है। यह उत्तर प्रदेश का सिर्फ दूसरा जिला होगा जहां किडनी के पेशेंट्स को फ्री में डायलिसिस की सुविधा उपलब्ध होगी। बुधवार से रजिस्ट्रेशन शुरू हो गया और सोमवार से सेवा का भी विधिवत शुभारंभ हो जाएगा। पीपीपी मोड में संचालित होने वाली इस सुविधा के लिए इक्विपमेंट्स आ चुके हैं और बिल्डिंग का काम भी पूरा हो चुका है। इंटरनेशनल लेवल की अत्याधुनिक डायलिसिस सेंटर संचालित करने के लिए किडनी रोग विशेषज्ञों की टीम तैनात की गई है। सोमवार से हो जाएगी शुरुआतशासन की ओर से कार्यदायी संस्था हेरिटेज हॉस्पिटल को प्रदेश में कुल 26 जिलों में डायलिसिस केंद्र खोलने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। प्रदेश सरकार ने इसके लिए टॉप प्रायोरिटी का जिला आजमगढ़ चुना था। इसके बाद इलाहाबाद का नंबर आया। इलाहाबाद के बेली हॉस्पिटल में इस केन्द्र की स्थापना हो चुकी है। यहां 23 जनवरी से मरीजों की नि:शुल्क डायलिसिस शुरू हो जाएगी। रजिस्ट्रेशन बुधवार से शुरू हो गया और यह रोजाना सुबह दस से दोपहर दो बजे तक होगा।
कैसे होगा चयन बेली हॉस्पिटल के सीएमएस की जांच की रिपोर्ट और मरीज की स्थिति को परखा जाएगा। इसी के आधार पर मरीज का चयन फ्री डायलिसिस के लिए होगा चयनित मरीजों को सुविधा पाने के लिए अपने पिछले चिकित्सकीय ब्यौरे की एक फाइल बनाकर जमा करनी होगी इसके साथ उसे अपनी फोटो एवं पहचान पत्र की छायाप्रति केंद्र में जमा करनी होगी इसके बाद ही रजिस्ट्रेशन नंबर एवं अन्य जानकारी दी जाएगी। 23 जनवरी से डायलिसिस की सेवा सुबह आठ बजे से शुरू होगी। डायलिसिस के दौरान बजेगा म्यूजिकसीईओ सिंह ने बतायाकि केंद्र में अत्याधुनिक तकनीक से विश्वस्तरीय मशीने लगाई गई हैं। डायलिसिस में प्रयोग होने वाले पानी हेतु जर्मनी से आयातित आरओ प्लांट लगाया गया है। साथ ही मरीज व कर्मचारियों को संक्रमण से बचाने के लिए केंद्र को स्वच्छ और वातानुकूलित बनाया गया है। चार घंटे की डायलिसिस प्रक्रिया के दौरान मरीजों को ताजगी प्रदान करने के लिए परीक्षण के बाद म्यूजिक सिस्टम लगाया गया है। मरीजों को बेहतर सुविधा देने के लिए केंद्र में पूर्ण प्रशिक्षित स्टाफ लगाया गया है। आने वाले मरीजों की जांच के लिए मौके पर टीम लगाई गई है और इमरजेंसी होने पर डॉक्टर से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सलाह भी ली जा सकती है। उन्होंने बताया कि केंद्र को 1.5 करोड़ रुपए की लागत से तैयार किया गया है।
प्राइवेट में लगते हैं हजारों रुपए बता दें कि प्राइवेट डायलिसिस सेंटर्स में एक बार डायलिसिस का दो से ढाई हजार रुपए लिया जाता है। शहर में गिने-चुने सेंटर ही उपलब्ध हैं। बहुत से मरीज आर्थिक रूप से कमजोर हैं और वह इस महंगे इलाज का खर्च वहन नही कर पाते। उनके लिए यह सुविधा किसी वरदान से कम नही है। फिलहाल मरीजों का रजिस्ट्रेशन शुरू हो चुका है। जिनको जल्द ही डायलिसिस की सुविधा प्रदान की जाएगी। केंद्र बनकर तैयार हो चुका है। रजिस्ट्रेशन के दौरान डॉक्टर की सलाह पर मरीज की जांच व वाइरल मार्कर आदि चेक किया जाएगा। ब्रिगेडियर आरवी सिंह सीईओ, हेरिटेज हॉस्पिटल फैक्ट फाइल 2000 रुपए न्यूनतम लगती है एक बार डायलिसिस कराने की फीस फ्री में सुविधा उपलब्ध कराने वाला प्रदेश का दूसरा जिला बना इलाहाबाद 18 जनवरी से बेली हॉस्पिटल में शुरू हुआ रजिस्ट्रेशन 23 जनवरी से शुरू हो जाएगी फ्री डायलिसिस सेवा 1.5 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं केन्द्र के निर्माण में