गार्बेज कलेक्शन में सेटिंग का खेल
- घरों से वेस्ट कलेक्शन को टाइम तक तय नहीं
- प्राइवेट रिक्शा वेस्ट कलेक्शन में एक्टिव - कॉन्ट्रेक्टर कंपनी के पास वेस्ट कलेक्शन वाहनों का अभाव देहरादून, दून में गार्बेज कलेक्शन में सेटिंग का खेल चल रहा है. नगर निगम की ओर से चेन्नई एमएसडब्लू प्राइवेट लिमिटेड के साथ 60 वार्डो में डोर टू डोर गार्बेज इलेक्शन का कांट्रेक्ट किया गया है. फिलहाल कंपनी प्रथम चरण में 30 वार्डो में गार्बेज कलेक्शन कर रही है. लेकिन, कंपनी के वाहन समय पर घरों में नहीं पहुंच रहे हैं. इससे कई घरों में हफ्ते तक कूड़ा सड़ रहा है. सबसे ज्यादा दिक्कत जॉब करने वाले लोगों को हो रही है. दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने सच्चाई जानने की कोशिश की गई, तो कई राज खुलकर सामने आए. ऐसे चल रहा कलेक्शन में खेलडोर टू डोर गार्बेज कलेक्शन का आइम मॉर्निग 7 से 9 बजे का है, लेकिन ये वाहन दोपहर बाद वेस्ट कलेक्शन करने आ रहे हैं. ऐसे में जो फैमली वर्किग है, उनका कूड़ा कलेक्शन नहीं हो पा रहा, जबकि कंपनी के वाहन के समय पर प्राइवेट रिक्शे कलेक्शन के लिए आ रहे हैं. प्राइवेट रिक्शे पब्लिक से गार्बेज कलेक्शन का 80 से 100 रुपए की रकम ले रहे हैं.
बिना संसाधन कर दिया कांट्रेक्ट
निगम की ओर से गार्बेज कलेक्शन का चेन्नई एमएसडब्लू प्राइवेट लिमिटेड की मैन पॉवर चेक किए बिना ही कांट्रेक्ट कर दिया है. कंपनी के पास प्रयाप्त वाहन नहीं है. 60 वार्डो में गार्बेज कलेक्शन के लिए करीब 150 वाहनों की जरूरत है, लेकिन कंपनी के पास 35 ही वाहन है, हालांकि निगम का कहना है कि कंपनी को निगम के वाहन भी सुपुर्द किए जाएंगे. गार्बेज कलेक्शन न होने से पब्लिक परेशान वार्डो में गार्बेज कलेक्शन न होने से पब्लिक परेशान है. निगम की ओर से कंपनी की ओर से डोर टू डोर गार्बेज कलेक्शन की कोई मॉनीटरिंग नहीं की जा रही है, ऐसे में निगम अधिकारियों का कार्रवाई संदेह के घेरे में लगती है, शहर की सफाई व्यवस्था में पारदर्शिता लाना संकट हो गया है. ---- वाहन समय पर वार्डो में पहुंच रहे हैं. जिन वार्डो में कूड़ा कलेक्शन किया जा रहा है. वहां वाहन भी एवलेबल हैं. प्राइवेट रिक्शा कूड़ा नहीं उठा रहे हैं. कृष्णा, इंचार्ज, एमएसडब्लू ------- डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन चेन्नई एमएसडब्लू कर रही है. जहां तक अनियमितता का मामला है. इसको चेक किया जाएगा. किसी भी प्रकार का संदेह होने पर कार्रवाई की जाएगी. कैलाश जोशीमुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी