- कैंट स्टेशन पर कोयला लदे रैक से उठने लगीं लपटें, बचाव कार्य से पहले ही बुझी आग

- असामान्य तरीके वैगन में लोड किया गया था कोयला

VARANASI

कैंट स्टेशन पर रविवार को सुबह मालगाड़ी के रैक में आग लगने से अफरा-तफरी मच गई। हालांकि बचाव कार्य शुरू होने से पहले ही आग खुद- ब-खुद बुझ गयी। इसके चलते आधा दर्जन गाडि़या लेट हुई। वहीं रेलवे का परिचालन शाम तक प्रभावित रहा। प्रशासनिक अधिकारियों ने मामले की जांच के लिए संयुक्त टीम का गठन किया है। एक 58 रैक की मालगाड़ी धनबाद से कोयला लेकर कैंट स्टेशन स्थित कोचिंग लाइन-2 से ऊंचाहार जा रही थी। ओएचई और ओवरलोड कोयले के बीच कम दूरी होने के कारण अचानक शार्ट सर्किट से रैक के पांचवें, छठवें और सातवें वैगन से आग की लपटें उठने लगीं। इस घटना के बाद कैन्ट स्टेशन से लेकर हेडक्वार्टर तक फोन की घंटिया घनघनाने लगीं। पावर केबिन के निर्देश पर फौरन चालक ने मालगाड़ी को ब्रेक लगाकर रोक दिया। आग की लपट और तपिश के चलते ओवरहेड इलेक्ट्रिक तार टूट गया। बचाव कार्य शुरू होने के पहले ही आग बुझ गयी। रैक सुबह 10.05 बजे से लेकर दिन में 12.25 बजे तक कोचिंग लाइन पर खड़ा कर दिया गया। जांच परीक्षण के उपरांत रैक को गंतव्य के लिए रवाना किया गया। करीब साढ़े 12 बजे पहुंचे टावर वैगन ने ओवरहेड इलेक्ट्रिक तार को दुरुस्त किया। डेढ़ बजे के बाद कोचिंग लाइन से पुन: गाडि़यों का परिचालन शुरू हुआ। घटना के चलते बुंदेलखंड एक्सप्रेस, अप दून एक्सप्रेस, सरनाथ एक्सप्रेस व फरक्का एक्सप्रेस सहित डाउन गरीबरथ एक्सप्रेस का परिचालन प्रभावित रहा। वहीं, जानकारों की माने तो सुरक्षा के लिहाज से वैगन और ओएचई के बीच कम से कम 25 सेंटीमीटर की दूरी होनी चाहिए, जबकि इस रैक में कोयला असामान्य तरीके से लोड किया गया था। बहरहाल, प्रशासनिक अधिकारियों ने मामले की जांच के लिए संयुक्त टीम का गठन कर दिया है।

ऐसा पहली बार नहीं हुआ

इसके पहले भी ऊंचाहार के लिए कैंट स्टेशन से सुबह 7.15 बजे गुजरी मालगाड़ी के वैगन से धुआं उठने की शिकायत मिली थी। जो अपने आप बुझ गया। मिली जानकारी के अनुसार इस रैक के 33वे वैगन से धुआं उठ रहा था। चालक को इसकी सूचना दी गई थी। वैगन का परीक्षण करने के बाद मालगाड़ी यहां से प्रस्थान कर गई।

Posted By: Inextlive