- मार्केट में सस्ते होने की वजह से बढ़ी सर्जिकल मास्क की बिक्री

- लेकिन इस्तेमाल करने वालों को नहीं मिल पा रहा है कोई फायदा

- फिल्टर न होने की वजह से बढ़ सकती है परेशानी

GORAKHPUR: पॉल्युशन का टेरर बढ़ता ही जा रहा है। दिल्ली की आबो-हवा जहरीली होती जा रही है, तो गोरखपुर में भी पॉल्युशन लेवल सीवियर कंडीशन में न सही, लेकिन पुअर जोन में पहुंच चुका है। इसके लिए अब लोगों को खुली हवा में सांस लेना मुश्किल हो चला है। ऐसे में पॉल्युशन टेंशन से निपटने के लिए अब लोग पॉल्युशन मास्क का सहारा लेने लगे हैं। इनके बीच में कुछ ऐसे लोग भी हैं, जो सिर्फ शो-ऑफ के लिए मास्क का इस्तेमाल कर रहे हैं और बजाए पॉल्युशन मास्क के सर्जिकल मास्क ही अपना रहे हैं। एक्सप‌र्ट्स की मानें तो पॉल्युशन मास्क और सर्जिकल मास्क में जमीन-आसमान का फर्क है। अगर पॉल्युटेड एरिया में सर्जिकल मास्क का इस्तेमाल किया जाए, तो इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि आपको उन इलाकों की आबो-हवा बीमार नहीं बनाएगी। इसलिए अगर पॉल्युशन से सही मायने में बचना है, तो प्रॉपर इंफॉर्मेशन रखने के साथ ही जेनविन और बेहतर प्रॉडक्ट का ही इस्तेमाल करें।

नहीं होती है कोई सिक्योरिटी

सर्जिकल मास्क की बात करें तो यह कपड़े के बने हुए मास्क होते हैं, जिसमें दो-तीन कपड़ों की ही लेयर होती है। यह कुछ देर के लिए तो आपकी मदद कर सकते हैं, लेकिन अगर इसे पॉल्युटेड एरिया में रेग्युलर पहनना है, तो यह ड्यूरेबल नहीं है। वहीं दूसरी ओर पॉल्युशन के लिए बने खास स्पेशल मास्क की बात की जाए, तो इसमें माइक्रो बैक्टिरियल सिक्योरिटी होती है। कई लेयर में बने मास्क में स्पेशल फिल्टर भी होता है, जिससे माइक्रो पार्टिकिल्स भी एंट्री नहीं कर पाते हैं, जिससे पॉल्युशन का असर लोगों को नहीं होता है या सीवियर कंडीशन होने के बाद भी बहुत कम होता है।

40 परसेंट तक सेल में ग्रोथ

दिल्ली में पॉल्युशन के ग्राफ ने गोरखपुराइट्स की टेंशन भी बढ़ा दी है। यहां पॉल्युशन कम होने के बाद भी लोगों में पॉल्युशन का डर भर गया है। हालत यह है कि स्कूल-कॉलेज गोइंग स्टूडेंट्स के साथ ही प्राइवेट और फील्ड जॉब करने वाले प्रोफेशनल भी पॉल्युशन से बचने के लिए मास्क का सहारा ले रहे हैं। इतना ही नहीं वह खास मास्क खरीद रहे हैं, जिससे कि धूल उनके बॉडी में एंटर न कर सके और उन्हें भी दमा और अस्थमा जैसी बीमारियां न घेर सकें। इसकी वजह से पॉल्युशन के मास्क की सेल इन दिनों 35 से 40 परसेंट तक बढ़ गई है। वहीं जैसे-जैसे पॉल्युशन का ग्राफ बढ़ रहा है, सेल पर भी इसका असर नजर आ रहा है। सिर्फ गोरखपुर की बात करें तो एक थोक दुकान से रोजाना 2500 से 3000 मास्क की बिक्री हो रही है।

इन चीजों के लिए इस्तेमाल

- पॉल्युशन से बचने में

- डस्ट एलर्जी से बचने में

- स्वाइन फ्लू से बचने में

- दमा और अस्थमा को क्योर करने में

- फैक्ट्री में

किस रेंज में अवेलबल

- नॉर्मल मास्क - 15 से 25

- माइक्रो बैक्टिरियल सिक्योरिटी वाले मास्क - 45 से 65

- सर्जिकल मास्क - 2-5 रुपए

पॉल्युशन से बचने के लिए कई क्वालिटी के मास्क अवेलबल हैं। पिछले दो माह में करीब 35-40 परसेंट तक इसकी सेल बढ़ी है। धूल-मिट्टी के साथ पॉल्युशन से बचने के लिए लोग इसका इस्तेमाल कर रहे हैं।

- सुनील कुमार सिंह, प्रोपराइटर, अमन सर्जिकल

Posted By: Inextlive