प्रधान साहब, खुली बैठक से क्यों लगता है डर?
- शासन के निर्देश पर डीएम ने सभी गांवों में खुली बैठक कराने को कहा था
- आदेश के डेढ़ माह बाद भी अधिकतर गांवों में खुली बैठक नहीं - बिना बैठक के ही कर ले रहे पात्रों का चयन, धांधली की आशंका CAMPIERGANJ: कैम्पियरगंज अंतर्गत ग्राम पंचायत में डीएम के आदेश के बावजूद खुली बैठक नहीं हो रही। प्रधान और संबंधित जिम्मेदार खुली बैठक से कतरा रहे हैं। हालत यह है कि अभी तक पात्र गृहस्थी का कार्ड भी कई ग्राम पंचायत में वितरित नहीं किया गया है। इसे लेकर गांवों में हो-हल्ला भी हुआ लेकिन जिम्मेदारों के कान पर जूं नहीं रेंग रहा। डीएम ने दिया था आदेशपिछले माह शासन ने सभी जिलाधिकारी को निर्देश दिया था। इसके बाद डीएम गोरखपुर ने खन्ड बिकास अधिकारी के माध्यम से गांव मे खुली बैठक कराकर पात्रों का चयन करने का आदेश दिया था। तय हुआ कि उसके बाद ही राशन कार्ड वितरण किया जायेगा। अब दूसरा माह बीतने को है लेकिन खुली बैठक कराकर पात्रों का चयन अधिकतर ग्राम पंचायतों में नहीं हुआ है।
इन गांवों में नहीं हुई बैठकब्लॉक क्षेत्र के पचमा, बरपारयी, मूसाबार, मिरहिरिया, गोपलापुर, राजपुर, सरपतहा, रिगौली, कैम्पियरगंज, बसन्तपुर, नेतवर बाजार, शिवलहिया, भगलापुर, मोहम्मदपुरहगना, भवराबारी, मछलीगांव, रामचौरा आदि पंचायतों में अभी तक खुली बैठक नहीं हुई है। ग्रामीणों का कहना है कि खुली बैठक न कर भितरखाने से पात्रों का चयन कर लिया जा रहा है। साथ ही गरीबों का राशन खुले बाजार में बेचा जा रहा है।
मेरे पास पांच ग्राम पंचायतें हैं लेकिन अभी तक किसी में भी खुली बैठक की सूचना नहीं है। इस बाबत प्रधानों से बात की जाएगी। - आदित्य सिंह, ग्राम विकास अधिकारी सभी को खुली बैठक कर पात्रों का चयन करने का आदेश दिया गया है। लेकिन अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि कहां-कहां खुली बैठक हुई है। - संदीप सिंह, खंड विकास अधिकारी