9 घंटे बैटिंग कर इस भारतीय बल्लेबाज ने बनाए थे 100 रन
कहा जाता था अगला गावस्करकानपुर। 12 जुलाई, 1965 को मैसूर में जन्में संजय मांजरेकर को अगला सुनील गावस्कर कहा जाता था। क्रिकेट के शुरुआती दौर में मांजरेकर ने कई यादगार पारियां खेलकर फैंस का दिल जीता। मगर बहुत जल्द ये सितारा कहीं गुम हो गया। संजय को बेहद कम समय में क्रिकेट को अलविदा कहना पड़ा। उनका अचानक क्रिकेट छोड़कर चले जाना कई सवाल भी खड़े कर गया। मिडडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक, मांजरेकर ने क्रिकेट छोड़ते समय एक प्रेस कांफ्रेंस की थी, जिसमें उन्होंने टीम में सिलेक्शन न होने से दुखी होकर क्रिकेट छोड़ने की बात कही थी।बिना डरे करते थे बल्लेबाजी
संजय मांजरेकर ने बतौर विकेटकीपर बल्लेबाज भारतीय क्रिकेट टीम में एंट्री की थी। हालांकि उन्हें विकेटकीपिंग का ज्यादा मौका नहीं मिला मगर बल्लेबाजी में उन्होंने कई स्पेशल पारियां खेलीं। ईएसपीएन क्रिकइन्फो के डेटा के मुताबिक, साल 1987 में टेस्ट डेब्यू करने वाले मांजरेकर ने तीसरे मैच में ही शतक ठोक दिया था और जिस टीम के खिलाफ उन्होंने पहली सेंचुरी मारी वो कोई और नहीं वेस्टइंडीज थी। इस टीम के खिलाफ बड़े-बड़े खिलाड़ी बल्लेबाजी करने से डरते थे। कैरेबियाई टीम का गेंदबाजी अटैक इतना खतरनाक था कि कोई भी आसानी से रन नहीं बना सकता। इसके बावजूद मांजरेकर ने 108 रन की पारी खेलकर अपनी प्रतिभा का सबूत दे दिया।
37 टेस्ट खेलने वाले संजय मांजरेकर का टेस्ट औसत सिर्फ 37.14 का था मगर पाकिस्तान के खिलाफ यही आंकड़े तीन गुना ज्यादा पहुंच जाते हैं। मांजरेकर ने चिर-प्रतिद्वंदी पाकिस्तान के विरुद्ध 94.83 की औसत से रन बनाए। किसी भी भारतीय बल्लेबाज द्वारा पाक के खिलाफ यह सर्वोच्च टेस्ट औसत है।