भूतपूर्व भारतीय क्रिकेटर संजय मांजरेकर का आज 53वां जन्मदिन है। दाएं हाथ के बल्लेबाज मांजरेकर ने इंटरनेशनल क्रिकेट ज्यादा नहीं खेला मगर कुछ मैचों में वो नाम जरूर कर गए।


कहा जाता था अगला गावस्करकानपुर। 12 जुलाई, 1965 को मैसूर में जन्में संजय मांजरेकर को अगला सुनील गावस्कर कहा जाता था। क्रिकेट के शुरुआती दौर में मांजरेकर ने कई यादगार पारियां खेलकर फैंस का दिल जीता। मगर बहुत जल्द ये सितारा कहीं गुम हो गया। संजय को बेहद कम समय में क्रिकेट को अलविदा कहना पड़ा। उनका अचानक क्रिकेट छोड़कर चले जाना कई सवाल भी खड़े कर गया। मिडडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक, मांजरेकर ने क्रिकेट छोड़ते समय एक प्रेस कांफ्रेंस की थी, जिसमें उन्होंने टीम में सिलेक्शन न होने से दुखी होकर क्रिकेट छोड़ने की बात कही थी।बिना डरे करते थे बल्लेबाजी


संजय मांजरेकर ने बतौर विकेटकीपर बल्लेबाज भारतीय क्रिकेट टीम में एंट्री की थी। हालांकि उन्हें विकेटकीपिंग का ज्यादा मौका नहीं मिला मगर बल्लेबाजी में उन्होंने कई स्पेशल पारियां खेलीं। ईएसपीएन क्रिकइन्फो के डेटा के मुताबिक, साल 1987 में टेस्ट डेब्यू करने वाले मांजरेकर ने तीसरे मैच में ही शतक ठोक दिया था और जिस टीम के खिलाफ उन्होंने पहली सेंचुरी मारी वो कोई और नहीं वेस्टइंडीज थी। इस टीम के खिलाफ बड़े-बड़े खिलाड़ी बल्लेबाजी करने से डरते थे। कैरेबियाई टीम का गेंदबाजी अटैक इतना खतरनाक था कि कोई भी आसानी से रन नहीं बना सकता। इसके बावजूद मांजरेकर ने 108 रन की पारी खेलकर अपनी प्रतिभा का सबूत दे दिया।9 घंटे खेलकर जड़ा था शतकसाल 1992 में जिंबाब्वे क्रिकेट टीम ने अपना पहला टेस्ट भारत के खिलाफ खेला था। उस वक्त जिंबाब्वे के खिलाड़ियों को ज्यादा अनुभव नहीं था। इसके बावजूद नई-नवेली जिंबाब्वे टीम ने भारत को हार के मुंहाने पर ला दिया, भला हो संजय मांजरेकर का जिन्होंने अंगद की तरह पैर जमाकर अपना विकेट बचाए रखा और मैच ड्रा कराया। क्रिकइन्फो के डेटा के मुताबिक, इस मैच में जिंबाब्वे ने पहली पारी में 456 रन बना दिए। बैटिंग करने उतरी भरतीय टीम के सात बल्लेबाज दहाई का अंक तक छू नहीं सके मगर कपिल देव (60) और मांजरेकर (104) रन की बदौलत भारत यह मैच ड्रा करा पाया था। मांजरेकर की इस पारी की खासियत थी कि उन्होंने 9 घंटे तक 422 गेंदे खेलकर यह शतक लगाया था।पाकिस्तान के खिलाफ सबसे ज्यादा औसत वाले खिलाड़ी

37 टेस्ट खेलने वाले संजय मांजरेकर का टेस्ट औसत सिर्फ 37.14 का था मगर पाकिस्तान के खिलाफ यही आंकड़े तीन गुना ज्यादा पहुंच जाते हैं। मांजरेकर ने चिर-प्रतिद्वंदी पाकिस्तान के विरुद्ध 94.83 की औसत से रन बनाए। किसी भी भारतीय बल्लेबाज द्वारा पाक के खिलाफ यह सर्वोच्च टेस्ट औसत है।जितने भी शतक लगाए सभी विदेशों मेंमांजरेकर को विदेशी पिचें काफी पसंद आती थीं, उनके आंकड़ें तो यही कहते हैं। दाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने अपने पूरे करियर में कुल 4 टेस्ट शतक जड़े और ये सभी भारत के बाहर बनाए गए थे। यही नहीं टेस्ट में उन्होंने 2043 रन बनाए जिसमें कि 79 परसेंट रन विदेशी पिचों पर बने। खैर क्रिकेट से रिटायर होने के बाद मांजरेकर अब कमेंटेटर की जिम्मेदारी निभा रहे हैं।जानें 44 साल में भारत ने इंग्लैंड में कितने वनडे मैच जीते और हारे

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari