Happy Women's Day 2020 Theme History and Celebration: वूमेंस डे यानि महिला दिवस सिर्फ महिलाओं के लिए महत्‍व नहीं रखता बल्कि यह दुनिया के हर शख्‍स के लिए खास है क्‍योंकि हर इंसान मां से लेकर पत्‍नी तक कहीं न कहीं किसी महिला पर निर्भर जरूर होता है। इस खास दिन को सेलिब्रेट करने के लिए हर साल कोई न कोई थीम तय की जाती है। जानिए इस साल क्या है वूमेंस डे की थीम व इस दिन से जुड़ी रोचक जानकारी।

Happy Women's Day 2020 Theme, History, Importance and Celebration - Women's Day 2020 Theme: कानपुर। अंतराराष्ट्रीय महिला दिवस यानि इंटरनेशनल वूमेंस डे को पूरा विश्‍व मान्‍यता देता है। तभी तो इस दिन को सेलीब्रेट करने के लिए हर साल वर्ल्‍ड लेवल पर एक थीम दी जाती है, जिसके आधार पर हर साल महिला दिवस मनाने के उद्देश्‍यों का भी विस्‍तार होता रहता है। साल 2020 में संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2020 की थीम है "I am Generation Equality: Realizing Women&यs Rights यानि "मैं हूं पीढ़ी की समानता: महसूस करती हूं महिलाओं के अधिकार"। साथ ही अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2020 के लिए की कैंपेन थीम है #EachforEqual। यह थीम UN Women की ओर से चलाई जा रही 'हर उम्र और पीढ़ी को साथ लेकर चलने के प्रोग्राम' का ही विस्‍तार है। साल 2019 में वूमेंस डे की थीम थी #BalanceforBetter। पिछले साल की थीम जेंडर इक्‍वलिटी, भेदभाव के खिलाफ लोगों को जागरूक करने और महिलाओं की उपलब्धियों को सेलीब्रेट करने पर फोकस थी।

Women's Day 2020 History: वूमेंस डे की विधिवत शुरुआत तो 20वीं सदी में हुई, लेकिन 19 वीं शताब्दी के मध्य में 8 मार्च, 1857 को अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में कुछ महिला श्रमिकों ने काम की बेहतर स्थिति और अच्‍छे वेतन की मांग को लेकर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। ब्रिटैनिका की रिपोर्ट बताती है कि पुलिस ने उस वक्‍त तो प्रदर्शन को कुचल दिया, लेकिन कई सालों के बाद उन महिलाओं ने फिर से अपनी शक्ति दिखाने के लिए महिलाओं की पहली मजदूर यूनियन बनाई। महिला दिवस (IWD) का महत्‍व महिलाओं के अधिकारों, खासतौर पर मताधिकार को बढ़ावा देने के लिए 20 वीं सदी में तेजी से बढ़ता गया। साल 1909 में महिला उत्थान के लिए चलाए जा रहे अपने अभियान के अंतर्गत सोशलिस्ट पार्टी ऑफ़ अमेरिका ने प्रथम राष्ट्रीय महिला दिवस का आयोजन किया, जिसे पूरे यूएसए में प्रचारित किया गया।

नारी शक्ति को यूं मिला अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस

महिलाओं द्वारा अपने अधिकारों और सम्‍मान की खातिर किए गए तमाम प्रदर्शनों और प्रसिद्ध जर्मन एक्टिविस्ट क्लारा ज़ेटकिन के प्रयासों के फलस्‍वरूप इंटरनेशनल सोशलिस्ट कांग्रेस ने 1910 में महिला दिवस के अंतर्राष्ट्रीय स्‍वरूप और इस दिन सार्वजनिक छुट्टी मनाने की सहमति दी। इसके बाद 19 मार्च, 1911 को पहला International Women's Day ऑस्ट्रिया, डेनमार्क और जर्मनी में आयोजित किया गया। हालांकि महिला दिवस की तारीख को साल 1921 में फिर बदल गया। तब इसे 8 मार्च कर दिया गया। वो वक्‍त था और आज का वक्‍त है पूरी दुनिया महिला दिवस 8 मार्च को ही मनाती है।

Women's Day 2020 Importance: जब भी महिला दिवस की बात आती है, तो बहुत सारे लोग कहते हैं कि अब तो पूरी दुनिया में समानता है, फिर आज भी वूमेंस डे मनाने की क्‍या जरूरत है। तो बता दें वर्ल्‍ड इकॉनमिक फोरम की ऑफिशियल रिपोर्ट के मुताबिक पूरी दुनिया में मौजूद जेंडर गैप अब भी बहुत बड़ा है और यह पूरी तरह भर पाएगा साल 2186 में। जी हां सुनने में यह आंकड़ा चौंकाने वाला है, लेकिन यह सच है। इस सर्वे में दुनिया के 144 देशों की महिलाओं की स्थितियों और वेतन के अंतर का आंकलन किया गया है। बता दें कि दुनिया के तमाम देशों में महिलाएं जिस औसत गति से अपने अधिकार और सम्‍मान सुरक्षित रखकर अपने काम का उचित वेतन ले पा रही हैं। उस औसत गति के आधार पर ही World Economic Forum ने अनुमान लगाया है कि साल 2186 में दुनिया का जेंडर गैप भर पाएगा। इसमें दुनिया के अलग अलग देशों में जेंडर गैप भरने की गति अलग होगी।

Happy Women's Day 2020 Celebration: वूमेंस डे को दुनिया के अलग अलग देशों में विभिन्‍न तरीकों से सेलीब्रेट किया जाता है। बीबीसी की एक रिपोर्ट बताती है कि रूस समेत दुनिया के कई देशों में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के दिन पर राष्ट्रीय अवकाश होता है। चीन में तमाम कंपनियां महिलाओं को जॉब में हाफ डे की छुट्टी देती हैं। हालांकि सभी कंपनियां इसको फॉलो नहीं करती हैं। इसी क्रम में अमेरिका में मार्च का महीना Women's History Month कहा जाता है। हर साल इस महीने अमेरिकी महिलाओं की उपलब्धियों का सम्मान करने के लिए राष्ट्रपति की ओर से घोषणा जारी की जाती है।

Posted By: Chandramohan Mishra