-ऐसे होगा कोरोना पॉजिटिव पेशेंट्स का ट्रीटमेंट

सीएमओ डॉ। विनीत कुमार शुक्ला ने बताया कि अगर कोई वायरस से पॉजिटिव पेशेंट्स यहां आता है तो उसका सैंपल लेकर उसको आइसोलेशन वार्ड में अंडर आ‌र्ब्जवेशन में रखा जाएगा वहीं रिपोर्ट के आने के बाद उसका ट्रीटमेंट केजीएमयू की गाइड लाइन के अनुसार किया जाएगा।

कोरोना की गाइडलाइन

हेल्थ अफसरों की माने तो ऐसे मरीजों का ही सैंपल जांच के लिए भेजा जाएगा जो कि विदेश से लौटे हों या फिर किसी कोरोना पॉजिटिव पेशेंट के संपर्क में आए हों। अन्य मरीजों की जांच के लिए अलग से फ्लू कार्नर बनाया गया जहां लक्षण दिखने पर ही सैंपल लिया जाएगा। लेकिन यहां मरीजों की लगातार काउंसलिंग की जाएगी।

इथोपिया से लौटे पेशेंट की हुई जांच

इसे कोरोना का खौफ कहें या फिर अवेयरनेस कि विदेश यात्रा करके शहर लौटे लोग खुद जांच के लिए डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल पहुंच रहे हैं। संडे को पिछले माह इथोपिया से लौटे शहर के कुसुम नगर निवासी युवक ने अपनी जांच कराई लेकिन उसमें कोरोना वायरस के एक भी लक्षण नही मिले। जिस कारण डॉक्टर ने उसे परिवार के अन्य सदस्यों से दूरी बनाकर रखने की सलाह दी। इस संबंध में डॉ। वागीश वैश्य ने बताया कि पिछले माह युवक इथोपिया से लौटा था, हालांकि जांच में कोरोना का कोई लक्षण नहीं मिला है।

सामान्य बीमारी के मरीज भी आ रहे कोरोना जांच के लिए

कोरोना को लेकर सीएचसी-पीएचसी पर तैनात डॉक्टर्स की बड़ी लापरवाही सामने आई है। सीएचसी-पीएचसी पर आने वाले सामान्य बीमारियों के मरीजों को भी कोरोना के जांच कराने के नाम पर डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल भेजा जा रहा है जिससे यहां का कार्य प्रभावित हो रहा है। ओपीडी बंद होने के आदेश के बाद अब मरीज कोरोना फ्लू कार्नर पर आ रहे हैं। यहां तैनात स्टाफ ने मामले की शिकायत सीएमओ से की है। इस संबंध में सीएमओ डॉ। विनीत कुमार शुक्ला ने बताया कि डॉक्टर ने शिकायत की है। सीएचसी-पीएचसी को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा जाएगा। दोबारा शिकायत मिलने पर संबंधित प्रभारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

Posted By: Inextlive