बिहार में भारी बारिश से जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। राजेंद्रनगर में फंसे लोगों को निकालने के लिए बिहार रेजीमेंट के जवानों को लगाया गया है। सेना के जवान लोगों की मदद के लिए पहुंच गए हैं।


पटना (ब्यूरो)। शनिवार को इस मौसम की सबसे अधिक और खतरनाक बारिश की मौसम विज्ञान केंद्र की भविष्यवाणी के मद्देनजर पूरे बिहार का प्रशासन हाई अलर्ट पर है। आम लोगों को आपदा से निपटने के लिए तैयार और सतर्क रहने की हिदायत दी गई है। शनिवार को एक दिन में सबसे अधिक 21 सेंटीमीटर तक बारिश की आशंका वाले 14 जिलों में स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। बाढ़ प्रभावित इलाकों में सर्वाधिक सतर्कता रहेगी।21 जिलों में उठाए जा रहे जरूरी कदम


भारी बारिश की संभावना को देखते हुए अन्य 21 जिलों में भी सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को भी पूरी स्थिति को लेकर अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। शनिवार को प्रभावित जिलों के जिलाधिकारी वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्यालय से जुड़े रहेंगे, ताकि आपदा की स्थिति में राहत और बचाव के सभी संभव उपाय को लेकर तत्काल निर्णय हों। तटबंधों की निगरानी बढ़ा दी गई है। जिलों में एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें भेज दी गई हैं।33 जिलों में सबसे अधिक बारिश की आशंका

राज्य के 14 जिलों में 21 सेमी से अधिक और 19 जिलों में 12 से सात सेमी तक बारिश की आशंका है। शुक्रवार को पूरे बिहार में हल्की और भारी बारिश होती रही। नेपाल और बिहार के नदी जलग्र्रहण क्षेत्रों में पिछले एक सप्ताह से होने वाली बारिश की वजह से उत्तर बिहार और कोसी-सीमांचल में बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गई है। अब फिर भारी बारिश की आशंका से उन इलाकों में जान-माल और फसलों की क्षति की आशंका है। गुरुवार को भारी बारिश का अलर्ट आया था। शुक्रवार को दूसरे दिन सरकार ने उससे निबटने के उपायों पर मंथन किया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आला अधिकारियों से बातचीत की। आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने शुक्रवार को अलर्ट वाले जिलों के डीएम के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग की। मुख्यमंत्री इन जिलों के डीएम के साथ शनिवार को खुद वीडियो कांफ्रेंसिंग पर रहेंगे। बारिश के मामले में पल-पल का अपडेट लिया जाएगा।patna@inext.co.in

Posted By: Satyendra Kumar Singh