- काउंटिंग के रूझान जानने को सुबह सेही टीवी से चिपके हास्टलर्स

- हर सीट के रूझान पर लगते रहे नारे

-हास्पिटल्स में भी रिजल्ट को लेकर पेशेंट्स व तीमारदार में रहा जबरदस्त क्रेज

ALLAHABAD: लोकसभा इलेक्शन के लिए फ्राइडे को काउंटिंग शुरू होने के बाद आने वाले रूझान ने हर किसी की उत्सुकता बढ़ा दी। सिटी के प्राइवेट व गवर्नमेंट हॉस्पिटल से लेकर इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के हॉस्टल तक में ऐसा ही नजारा देखने को मिला। हॉस्पिटल में जहां डाक्टर्स ओपीडी के बीच काउंटिंग का रिजल्ट जानने की कोशिश करते रहे, वहीं पेसेंट्स भी हॉस्पिटल में इलेक्शन के रिजल्ट को लेकर चल रही डिस्कशन का लुत्फ उठाते रहे। इलाहाबाद यूनविर्सिटी के हॉस्टल में भी स्टूडेंट्स के बीच नारेबाजी व अपने समर्थित पार्टी को सपोर्ट करने की होड़ लगी रही। सुबह से शुरू हुई ये स्थिति काउंटिंग के आखिर तक जारी रही।

समर्थन में लगे नारे

इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के हॉस्टल का नजारा फ्राइडे को दूसरे दिनों से अलग रहा। रोज की तरह किसी भी स्टूडेंट को क्लास करने या फिर दूसरे कामों की जल्दी नहीं दिख रही थी। मतगणना शुरू होने के काफी देर पहले ही हॉस्टल के कॉमन रूम में लगी टीवी के पास स्टूडेंट्स का जमावड़ा लगने लगा। हॉलैण्ड हॉल हॉस्टल में भी काउंटिंग शुरू होने के बाद जैसे आंकड़ों का खेल शुरू हुआ और रूझान आने लगे। हॉस्टलर्स भी अपने पूरे फॉर्म में आ गए। हर सीट के रूझान की जानकारी होते ही उनके कमेंट भी तेज होते जा रहे थे। बीजेपी की सीट बढ़ने के आंकड़ों को देखकर अबकी बार मोदी सरकार जैसे कई नारे हॉल में गूंजने लगे। सपा, बसपा व कांग्रेस के खिलाफ स्टूडेंट्स में भरा गुस्सा भी इस दौरान दिखाई दिया। इन पार्टियों के सीनियर लीडर्स के पीछ चलने पर भी कई तरह के नारे गूंजे। कांग्रेस के स्लोगन हर हाथ शक्ति, हर हाथ तरक्की पर भी स्टूडेंट्स ने जमकर कमेंट किए। यूनिवर्सिटी के ज्यादातर हॉस्टल के स्टूडेंट्स के बीच मोदी के नाम की धूम दिखी। हर कोई बीजेपी व मोदी के नाम पर चर्चा करता रहा।

दिन भर होता रहा डिस्कशन

सिटी के गवर्नमेंट व प्राइवेट हॉस्पिटल भी फ्राइडे को इलेक्शन के रंग में रंगे नजर आए। एसआरएन हॉस्पिटल के इमरजेंसी में भी पहुंच रहे पेशेंट्स काउंटिंग को लेकर आपस में चर्चा करते रहे। इमरजेंसी ट्रामा सेन्टर में डाक्टर्स के नाइट स्टे के लिए बने रूम में टीवी स्क्रीन को देखने के लिए पेसेंट्स के साथ पहुंचे तीमारदारों की भीड़ लगी रही। उधर ओपीडी में भी डाक्टर्स के बीच रूझानों पर डिस्कशन होते रहे। पेसेंट्स भी डाक्टर्स के डिस्कशन के बीच अपनी राय देने से नहीं चूक रहे थे। पूरे हॉस्पिटल में मोदी लहर और बीजेपी की गवर्नमेंट बनाने को लेकर चर्चा रही। कुछ लोग लोकल कैडिडेट के हिसाब से भी अपनी राजनीतिक जानकारी को आपस में बांटते रहे। फ्राइडे को हर कोई राजनीतिक विश्लेषक से कम नहीं दिखा। बेली हॉस्पिटल में भी कई ऐसे डाक्टर्स व इम्लाइज दिखे जो अपने स्मार्ट फोन पर काउंटिंग का रिजल्ट देखने और आपने साथियों के बीच उसकी चर्चा करने में जुटे रहे। प्राइवेट हॉस्पिटल भी ऐसा ही नजारा दिखाई दिया।

Posted By: Inextlive