PATNA : एक शिक्षक केवल एक शिक्षक ही नहीं बल्कि वह समाज के किसी अन्य जीव की भांति ही होता है। मानवाधिकार के बारे में जानना इसलिए भी जरूरी होता है क्योंकि आप एक शिक्षक है और आप कई लोगों को नेतृत्व करने का कौशल भी देते हैं। यह चर्चा मानवाधिकार क्षेत्र के विशेषज्ञों ने एशियन डेवलपमेंट रिसर्च इंस्टीट्यूट (आद्री) और आईएचआरई, मदुरई की ओर से शिक्षकों एवं प्रिंसिपल के लिए आयोजित ट्रेनिंग प्रोग्राम के दौरान कहा। इस ट्रेनिंग प्रोग्राम का शुभारंभ स्टेट ह्यूमन राइट कमीशन के पूर्व सदस्य राजेन्द्र प्रसाद ने दीप प्रज्जवलित कर किया। उन्होंने कहा कि टीचर हमेशा स्टूडेंट्स की चीजों को सही करने में जुटे रहते हैं और उनका सही मार्गदर्शन करते हैं। उन्होंने चिंता भी व्यक्त किया कि हमारे देश में मानवाधिकार की संरक्षा में पिछड़ा हुआ है। ख्008 में इस आयोग की स्थापना की गई क्योंकि मानवाधिकार संकट में था।

सामाजिक न्याय महत्वपूर्ण

की गेस्ट फैकल्टी, एसके झा, अखिलेश कुमार, इंद्रजीत गोस्वामी ने इसके विभिन्न पक्षों पर प्रकाश डाला और ट्रेनिंग में उपस्थित शिक्षकों को सम्मानित किया। कार्यक्रम का संचालन और धन्यवाद ज्ञापन आईएचआरई के स्टेट को-आर्डिनेटर राजेश कुमार सिंह ने किया।

न्यायमूर्ति राजेंद्र प्रसाद ने कहा सामाजिक न्याय के बारे में विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि सकारात्मक रूप से दृढ़ निश्चय करके समाज के हासिये पर खड़े लोगों के लिए संविधान में विशेष प्रावधान किये गए। लेकिन ऐसे प्रावधान ही झगड़े की वजह बन गया है। उन्होंने कहा कि मानवाधिकार को अलग से परिभाषित करने की जरूरत नहीं है। उन्होंने जोर दिया कि बच्चों को भी मानवाधिकार के बारे में जानकारी रखना जरूरी है ताकि वे अपना और अपने साथ के लोगों का बचाव कर सके।

विकास का मानक है

ओरिएंटेशन के दौरान आद्री के सदस्य सचिव शैबाल गुप्ता ने कहा कि वर्तमान समय में ज्ञान ही धन है और यह देश के लिए भी धन है। कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका में अर्थव्यवस्था पूरी तरह से नॉलेज कैपिटल पर ही आधारित है। स्वास्थ्य और शिक्षा विकास का महत्वपूर्ण द्योतक है। यदि समग्रता में इसे देखें तो मानवाधिकार समाज में नॉलेज कैपिटल की दशा को दर्शाता है।

शिक्षक हुए शामिल

यह एक तीन दिवसीय कार्यक्रम का पहला दिन रहा। इसमें प्रदेश से पटना, भोजपुर, कोइलवर और जहानाबाद के म्0 सरकारी मिडिल स्कूल के टीचर और प्रिंसिपल ने भाग लिया। पटना जिला के धनरूआ, कोइलवर ब्लॉक के शिक्षक शामिल हुए।

विभिन्न पक्षों पर डाला प्रकाश

इसके बाद तकनीकी सत्र के दौरान एडवोकेट उदय कुमार, रश्मि झा, पटना यूनिवर्सिटी

Posted By: Inextlive