भारत ने कार्बन फुटप्रिंट को 30 से 35 फीसदी कम करने का लक्ष्य रखा है। यह बात पीएम मोदी ने पीडीपीयू के दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कहा है।

गांधीनगर (पीटीआई)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पंडित दीनदयाल पेट्रोलियम विश्वविद्यालय में मोनोक्रिस्टलाइन सोलर फोटो वोल्टाइक पैनल के 45 मेगावाट के उत्पादन संयंत्र का ऑनलाइन उद्घाटन किया। कोरोना वायरस महामारी के दाैर में पीएम माेदी इस कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से शामिल हुए। इस दाैरान प्रधानमंत्री ने संबोधित करते हुए कहा कि आज देश अपने कार्बन फुटप्रिंट को 30-35% तक कम करने के लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रहा है।

A sense of responsibility gives rise to a sense of opportunity in a person's life. People who live with a sense of burden fail: PM Modi addressing convocation at Pt Deendayal Petroleum University https://t.co/Aa8ure8khF

— ANI (@ANI) November 21, 2020


विफल वो होते हैं जो 'सेंस ऑफ बर्डन' में जीते
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारा प्रयास है कि इस दशक में अपनी ऊर्जा जरूरतों में नेचुरल गैस की हिस्सेदारी को 4 गुणा तक बढ़ाएं। जीवन में वही लोग सफल होते हैं। वहीं लोग कुछ कर दिखाते हैं जिनके जीवन में 'सेंस ऑफ रिस्पांसिबिलिटी' का भाव होता है। विफल वो होते हैं जो 'सेंस ऑफ बर्डन' में जीते है। 'सेंस ऑफ रिस्पांसिबिलिटी' का भाव व्यक्ति के जीवन में 'सेंस ऑफ ओपोर्च्युनिटी' को भी जन्म देता है।

The youth of the 21st century should move forward with a clean slate, and a clean heart which means clear intentions: PM Modi addressing students of Pt Deendayal Petroleum University during their convocation pic.twitter.com/jHoMeoeuji

— ANI (@ANI) November 21, 2020

Posted By: Shweta Mishra