एशिया से अमेरिका जानेवाले प्रवासी वैज्ञानिकों और इंजीनियरों में सबसे बड़ी संख्या भारतीयों की है। इस बाबत जारी ताजा रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका के 29.60 लाख एशियाई वैज्ञानिकों-इंजीनियरों में 9.50 लाख भारतीय है।

एनसीएसईएस का खुलासा
नेशनल साइंस फाउंडेशंस नेशनल सेंटर फॉर साइंस एंड इंजीनियरिंग स्टैटिस्टिक्स (एनसीएसईएस) की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक 2003 के मुकाबले वर्ष 2013 में भारत से आने वाले वैज्ञानिकों-इंजीनियरों की संख्या में 85 फीसदी की जबर्दस्त वृद्धि हुई है। इस अवधि में फिलीपींस (53 फीसदी) और चीन (34 प्रतिशत) से आने वाले दक्ष लोगों में भी बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। अमेरिका में वैज्ञानिकों और इंजीनियरों की संख्या 2.16 करोड़ से बढ़कर 2.9 करोड़ तक पहुंच चुकी है। तकनीकी रूप से दक्ष प्रवासियों की तादाद पिछले दस वर्षों में 34 लाख से 52 लाख हो गई है।

प्रवासियों का कुल योगदान 16 से बढ़कर 18 फीसदी

रिपोर्ट के मुताबिक विज्ञान और इंजीनियरिंग के क्षेत्र में प्रवासियों का कुल योगदान 16 से बढ़कर 18 फीसदी हो गया है। ऐसे 63 प्रतिशत प्रवासियों को नागरिकता प्रदान की जा चुकी है। 22 फीसदी लोग अमेरिका के स्थायी निवासी हो चुके हैं। अमेरिका के कुल प्रवासी वैज्ञानिकों और इंजीनियरों में 57 फीसदी लोग एशियाई देशों में पैदा हुए हैं, जबकि 20 फीसदी उत्तरी, मध्य और दक्षिणी अमेरिकी देशों के हैं।

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Posted By: Abhishek Kumar Tiwari