दुनिया की चौथी सबसे बड़ी वायु सेना आज अपना 83वां एयरफोर्स डे मना रही है। भारतीय वायु सेना के बारे में जितना कहा जाए कम होगा। इसका उदारहण मात्र है कि इससे दूसरे देश और दुश्मन देश काफी डरते हैं। कभी 3 लोगों के साथ सफर शुरू करने वाली भारतीय वायुसेना आज करीब 2 लाख जवानों को अपने आगोश में समेटे हैं। 8 अक्टूबर 1932 को इसकी नींव रखी गई थी। इस सेना ने 1971 में भारत और पाकिस्‍तान के बीच युद्ध में विशेष भूमिका निभाई थी। ऐसे में आज इस विशेष दिन पर जानें अपनी वायु सेना की ताकत के बारे में...


महिलाएं भी होंगी शामिल:भारतीय वायु सेना दिवस पर आज एक और नई घोषणा हुई है। भारतीय वायु सेना में जल्द ही महिला पायलट लड़ाकू विमानों को उड़ाती हुई दिखाई देंगी। वायु सेना प्रमुख अरुप राहा ने यह बात 83वें स्थापना दिवस के मौके पर कही। उन्होंने कहा कि जल्द महिला पायलट भी ट्रांसपोर्ट विमान और हेलीकॉप्टर उड़ाती दिखाई देंगी। बराबर टक्कर में रही:1971 में भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध में विशेष भूमिका निभाई थी। उस समय तो भारतीय वायुसेना के पास रात में फ्लाई करने वाले एयरक्राफ्ट्स तक नहीं थे। बावजूद इसके वह बराबर टक्कर में रही है।दुनिया में चौथे नंबर पर:


इसी साल 2015 में ही फरवरी में इसे 1080 कॉम्बेट एयरक्राफ्ट्स के साथ दुनिया की वायुसेनाओं में चौथे नंबर पर रखा गया है। वायुसेना अब तक पड़ोसी देश पाकिस्तान के साथ चार युद्धों व चीन के साथ एक युद्ध में अपना योगदान दे चुकी है। करीब 200 यूएवीज: इस समय भारतीय वायुसेना के पास कुल 155 यूटिलिटी हेलीकॉप्टर्स और करीब 200 यूएवीज हैं। इसके अलावा 700 कॉम्बेट जेट्स, सात मिड एयर रिफ्यूलिंग एयरक्राफ्ट्स, टैंकर एयरक्राफ्ट्स मौजूद हैं। एईडब्ल्यू एंड सी एयरक्राफ्ट:

वहीं वायुसेना के पास  133 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट्स, 158 ट्रेनिंग एयरक्राफ्ट्स हैं। इतने ही नहीं इंडियन एयर फोर्स के पास 3 बीराइव, ए-50 फॉल्कन, एईडब्ल्यू एंड सी एयरक्राफ्ट भी हैं।सुखोई एमकेआई-30: वायुसेना के पास सुखोई एमकेआई-30 बड़ी ताकतों में एक है। एमकेआई-30 इंडियन एयरफोर्स का प्राइमरी फाइटर जेट है। इसे यूरोफाइटर टायफून, डसॉल्ट राफेल और अमेरिका के बेस्ट एफ सीरिज के फाइटर जेट्स की बराबरी मिली है।यहां भी क्िलक करें: तस्वीरों में देखें जांबाज वायु सैनिक और फाइटर प्लेन के करतब...कारगिल में बनाया रिकार्ड:कारगिल वॉर में भारतीय वायुसेना ने बेहतर प्रदर्शन किया था। इस दौरान भारतीय वायुसेना ने14,000 से 18,000 फिट ऊंचाई पर बैठे दुश्मनों को मारने का नया रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज कराया था।दुनिया का बड़ा आपरेशन: भारतीय वायु सेना की ओर से 2013 में चलाया गया ऑपरेशन राहत पूरी दुनिया भर मे सबसे बड़ा था। इसमें बाढ़ में फंसे करीब 19,600 लोगों को बचाकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया था। 2,140 छोटी-बड़ी उड़ानें: इस ऑपरेशन में लोगों की जान बचाने के लिए वायुसेना ने करीब 2,140 छोटी-बड़ी उड़ानें भरी थीं। इतना ही नहीं इसके साथ ही 3,82,400 किलोग्राम का खाने पीने का सामान लोगों को दिया था।दुनिया की अकेली वायुसेना:

भारतीय वायु पूरी दुनिया में एक ऐसी अकेली वायुसेना है जिसके पास C-17 Globemaster III, C-130J Super Hercules हैं। इसके अलावा इसके पास II-76 जैसे भी मालवाहक एयरक्राफ्ट हैं।हल्के लड़ाकू हेलिकॉप्टर: हिन्दुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड ने तेजस एयरक्राफ्ट निर्मित किया है। यह भारतीय वायु सेना के लिए काम करने वाला दूसरा लाइट कॉम्बेट एयरक्राफ्ट है। इसके अलावा भी हिन्दुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड वायुसेना के लिए हल्के लड़ाकू हेलिकॉप्टर तैयार कर रही है।

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Posted By: Shweta Mishra