अमरीका में भारतीय राजनायिक देवयानी खोबरागड़े की गिरफ़्तारी पर भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है.


विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा है कि भारत ने इस मुद्दे पर अमरीका के सामने कड़े शब्दों में अपना विरोध दर्ज कराया है.देवयानी पर अपनी नौकरानी के लिए अनुचित तरीके से वीज़ा हासिल करने का प्रयास करने के आरोप हैं. बाद में उन्हें भारी ज़मानत पर छोड़ दिया गया.अमरीका जहां उनकी गिरफ्तारी को क़ानून के मुताबिक बता रहा है, वहीं भारत ने इस पर कड़ा विरोध जताया है.इसी कारण मंगलवार सुबह उपाध्यक्ष राहुल गांधी और गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने एक अमरीकी शिष्टमंडल से मिलने से इनकार कर दिया.भारतीय जनता पार्टी की तरफ से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट किया कि उन्होंने अमरीकी शिष्टमंडल से मिलने से इनकार कर दिया है.मदद की अपीलवायलार रवि ने देवयानी खोबरागाड़े की गिरफ्तारी को अमरीकी सरकार की अकड़ बताया है


अमरीका के विदेश मंत्रालय की उप प्रवक्ता मैरी हाफ ने संवाददाता संमेलन में कहा,"उनकी गिरफ्तारी के दौरान सही प्रक्रिया अपनाई गई."देवयानी खोबरागड़े के साथ अमानवीय व्यवहार के आरोप के बारे में मैरी हाफ ने कहा, "विएना समझौते के अनुसार भारतीय राजनायिकों को अमरीकी अदालतों से विशेष अधिकार हैं लेकिन वह केवल अपने पद से संबंधित काम के बारे में ही हैं."

उप वाणिज्य दूत की गिरफ़्तारी पर नाराज़ भारतन्यूयार्क में भारत की उप वाणिज्य दूत देवयानी खोबरागड़े को अपनी नौकरानी के लिए फर्जी वीज़ा दस्तावेज़ देने के आरोप में गिरफ़्तार किया गया था.देवयानी खोबरागड़े को सार्वजनिक तौर पर हथकड़ी लगाई गई.

Posted By: Subhesh Sharma