KANPUR:बर्रा में रहने वाले कारोबारी की पंद्रह साल की बेटी एक महीने से लापता है। वो घर से कोचिंग के लिए निकली थी, लेकिन घर वापस नहीं लौटी। परिजनों ने आसपास ढूढ़ने के बाद थाने में गुमशुदगी दर्ज करा दी। अब परिजन थाने से लेकर आला अधिकारियों के ऑफिस के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन उसका कहीं पता नहीं चल रहा है। उन्होंने पोस्टर बनवाकर रोड पर भी चस्पा करवा दिया, ये केस तो सिर्फ बानगी है। शहर में हर महीने औसतन आठ से क्0 लड़कियां लापता हो जाती हैं। डराने वाली बात है कि पुलिस औसतन दो से तीन लड़कियों को ही बरामद कर पाती है। बाकी लड़कियां कहां है, इस बारे में किसी को कुछ नहीं पता। ऑफिसर पूछने पर कहते है कि उनकी खोजबीन चल रही है। जल्द ही पता चल जाएगा।

बहला-फुसलाकर किया जाता है अगवा

शहर में मासूम से लेकर उम्रदराज महिलाओं के गायब होने का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। इसमें ज्यादातर स्कूली छात्राएं होती हैं। ज्यादातर मामलों में लड़कियों को बहला-फुसलाकर अगवा किया जाता है। वो जल्दी दूसरों पर विश्वास कर लेती है। जिसके चलते उन्हें बाद में धोखा मिलता है। रिटायर्ड दरोगा जितेंद्र तोमर के मुताबिक लड़कियों को अगवा करने के ज्यादातर मामलों में उनके प्रेमी या किसी करीबी का ही हाथ होता है। वे लच्छेदार बातें कर लड़की का विश्वास जीत लेते है। जिसके बाद वे उनको अगवा कर लेते है।

कहां गई ये लड़कियां

पुलिस रिकार्ड की माने तो सिटी से चार महीने में तीन दर्जन से अधिक लोग लापता है। जिसमें डेढ़ दर्जन से क्म् से ख्8 साल की उम्र के बीच की लड़कियां व युवतियां हैं। परिजनों ने थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई है, लेकिन उनका पता नहीं चल रहा है। इसके अलावा करीब क्0 वर्ष की उम्र के नौ मासूम लापता है। उनके बारे में पता करने के लिए परिजन एसएसपी ऑफिस स्थित गुमशुदगी ऑफिस के चक्कर लगा रहे है। इन लापता लड़कियों व युवतियों के फोन्स भी सर्विलांस पर लगाए लेकिन स्विच ऑफ होने की वजह से कोई सुराग नही लग सका।

झांसा देकर दिल्ली भेजी जा रही थी

सेंट्रल में पिछले दिनों जीआरपी ने मानव तस्करी करने वाले दो लोगों को एक दर्जन से अधिक लड़कियों को बरामद किया था। वे लड़कियों को नौकरी का झांसा देकर दिल्ली ले जा रहा थे। वे उनको दिल्ली में बेंचने की फिराक में थे, लेकिन जीआरपी ने उनको पकड़ लिया। इसमें शहर की तीन लड़कियां थी। इसी तरह दस वर्ष के कम उम्र के मासूम को भी दूसरे जिले में बेचा जाता है। उन्हें बदमाश अगवा करके ले जाते है।

इसलिए होता है अपहरण

- फिरौती वसूलने

-भीख मंगवाने और मादक पदार्थ की तस्करी करवाने

-यौन शोषण और अनैतिक देह व्यापार

-रेप और दुराचार

-अंग प्रत्यारोपण

-दूसरे जिलों में बेचने के लिए

- तांत्रिक क्रियाओं में बलि देने के लिए

जिला गायब लड़कियां बरामद लापता

कानपुर नगर फ्ख् ख्क् क्क्

कानपुर देहात क्8 क्0 08

इटावा क्फ् 8 0भ्

औरैया क्9 क्क् 08

कन्नौज ख्क् 09 क्ख्

फतेहगढ़ 09 0भ् 0ब्

झांसी ख्7 क्8 09

ललितपुर ख्0 क्ख् 08

जालौन 09 0ख् 07

- पिछले पांच महीने का रिकार्ड

Posted By: Inextlive