- गोरखपुर मंडल में रहा था सक्रिय

- कुशीनगर से लोकसभा चुनाव में आजमाई किस्मत

- संतकबीर नगर के बवाल में सामने आया था नाम

GORAKHPUR:

मथुरा जिले के जवाहर बाग कांड के मास्टरमाइंड रामवृक्ष यादव का गोरखपुर मंडल से गहरा जुड़ाव रहा है। वर्ष 2009 में कुशीनगर जिले से उसने लोकसभा चुनाव में ताल ठोंककर सबको चौंका दिया था। उसके अचानक मैदान में कूदने से नेता प्रतिपक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य सहित अन्य प्रत्याशियों के सामने मुश्किलें खड़ी हो गई। चंद दिनों के प्रचार-प्रसार में रामवृक्ष ने खूब सुर्खियां बटोरी। मथुरा के बवाल में रामवृक्ष का नाम सामने आने से लोग सन्न रह गए। गोरखपुर, कुशीनगर, संतकबीर नगर सहित कई जिलों में वह अपना नेटवर्क फैलाने की कोशिश कर रहा था।

ट्रक पर लेकर चलता था पूरी गृहस्थी

वर्ष 2009 में रामवृक्ष कुशीनगर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने पहुंचा। एक ट्रक पर पूरी गृहस्थी का सामान लेकर वह क्षेत्र में प्रचार करता था। अनोखे ढंग से प्रचार की वजह से जल्द ही वह सुर्खियों में आ गया। प्रचार के दौरान उसकी बात सुनने के लिए लोगों की भीड़ खूब जुटने लगी। कुछ दिनों में पूरे इलाके में 'रुपया फ्रॉड वाले' के नाम से फेमस हो गया। उसकी सक्रियता और अनोखे ढंग से प्रचार के तरीके से अन्य परेशानियों के सामने मुश्किलें खड़ी कर दी। बसपा के कद्दावर नेता प्रतिपक्ष स्वामी मौर्य, कांग्रेस के आरपीएन सिंह, सपा के ब्रह्माशंकर त्रिपाठी भी चुनाव मैदान में थे। लेकिन इन सबके बीच सबसे ज्यादा चर्चा में रामवृक्ष ही रहता था।

ट्रक पर बनाना-खाना

लोकसभा चुनाव के लिए सभी लोकल प्रत्याशी तैयारी कर रहे थे। तभी रामवृक्ष भी पर्चा दाखिल करने पहुंचा। एक ट्रक पर कई लाउडस्पीकर बांधकर वह सबके सामने आया। ट्रक पर बिस्तर, घर-गृहस्थी का सामान लेकर वह 15-20 लोगों के साथ चुनाव लड़ने आया। पर्चा दाखिला करके उसने कुशीनगर में डेरा जमा लिया। उसके सभी सहयोगी ट्रक में रहकर खाते-बनाते और सोते थे। ट्रक लेकर पूरे क्षेत्र में वह लोग भ्रमण करके प्रचार करने निकल जाते। ट्रक के चौराहों पर पहुंचते ही लोग रामवृक्ष का भाषण सुनने के लिए जमा हो जाते।

करता था उल्टी-सीधी हरकतें

लोकसभा प्रत्याशी रामवृक्ष की उल्टी-सीधी हरकतें लोगों को लुभाने लगीं। उछलकूद मचाकर प्रचार करने वाला रामवृक्ष का अनोखा अंदाज लोगों को भाने लगा। चौराहों पर प्रचार के दौरान वह भारतीय मुद्रा को फ्रॉड बताता। देश के सभी नेताओं और अफसरों पर अर्थव्यवस्था चौपट करने का आरोप लगाकर उनको जेल भेजने की बात करता। वह कहता कि अगर जांच करके कार्रवाई की जाए तो सब कुछ साफ हो जाएगा। देश की मंहगाई को कंट्रोल करने में मदद मिलेगी। मनोरंजक प्रचार करने से रामवृक्ष की सभाओं में लोगों की भीड़ उमड़ने लगी।

आचार संहिता उल्लंघन का मुकदमा

कुशीनगर के साथ आसपास के जिलों में रामवृक्ष ने नेटवर्क डेवलप किया। चुनाव के दौरान कुशीनगर में उसके खिलाफ आदर्श चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन का मामला दर्ज हुआ। उसके ट्रक पर निर्धारित संख्या से अधिक लाउडस्पीकर लगाने पर पडरौना कोतवाली पुलिस ने उसके खिलाफ कार्रवाई की। अपने तामझाम से 'कप प्लेट' चुनाव चिन्ह वाला रामवृक्ष, लोकसभा चुनाव में 5855 वोट पाने में सफल रहा। चुनाव के बाद ट्रक पर घर-गृहस्थी लादकर वह फरार हो गया। इसके अलावा रामवृक्ष के खिलाफ संतकबीर नगर जिले में बवाल करने का मुकदमा दर्ज हुआ था। सभा के नाम पर अपने सहयोगियों के साथ मिलकर उसने उत्पात मचाया तो पुलिस ने केस दर्ज करके कार्रवाई की।

Posted By: Inextlive