RANCHI: चौथी झारखंड विधानसभा के पहले सत्र का शुक्रवार को समापन हो गया। चार दिनों तक चले इस सत्र में नए विधायकों को शपथ दिलाने के साथ ही विधानसभा के स्पीकर का चुनाव, राज्यपाल का अभिभाषण और अनुपूरक बजट पेश किया गया। अंतिम दिन विपक्ष ने कटौती प्रस्ताव पर वोटिंग कराने की मांग की। जिसके पक्ष में 37 वोट और कटौती के खिलाफ 40 वोट पड़े। ऐसे में विपक्ष का प्रस्ताव अस्वीकृत हो गया। झारखंड विधानसभा में अंतिम दिन हंगामा भी खूब हुआ। एक तरफ जहां दोपहर 12.30 बजे भोजनावकाश नहीं होने से विपक्ष ने हंगामा किया। क्योंकि यह जुमे का दिन होने के कारण इस दिन भोजनावकाश की परंपरा रही है। इसके साथ ही सत्र के आखिरी दिन रांची विधायक सह नगर विकास मंत्री ने जेएमएम पर हमला बोला। जिसको लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष में तीखी-नोकझोंक भी हुई।

फिटनेस के लिए बेस्ट है साइकिल चलाना

लालपुर की खुशबू ने बताया कि साइक्लिंग का एक दौर था, जब लोग स्कूल, कॉलेज और ऑफिस जाने के लिए इसी का यूज करते थे। लेकिन, बदलते समय के साथ ही इसकी जगह टू व्हिलर और फोर व्हिलर ने ले ली। हालांकि एक बार फिर वही दौर वापस आ रहा है। जब लोग साइकिल चलाना अपने फिटनेस के लिए बेस्ट मानने लगे हैं। इतना ही नहीं, इसके पॉल्यूशन फ्री होने के कारण भी लोग साइकिल चलाने लगे हैं। मैं जब स्कूल में थी तो पापा ने मुझे स्टाइलिश साइकिल खरीद कर दी थी। मैं उसे खूब शौक से चलाती थी। स्कूल से आते ही, बैग पटक कर साइकिल हाथ में पकड़ लेती थी। आज भी जब टाइम मिलता तो साइक्लिंग करना पसंद करती हूं। आज के स्कूल और कॉलेज गोइंग यूथ में साइकिल को लेकर एक बार फिर से क्रेज देखने को मिल रहा है। यह अच्छी बात है। ऐसे समय में जब इनवायरमेंट पॉल्यूशन बढ़ता जा रहा है। पेट्रोल और डीजल से चलने वाली गाडि़यों का यूज उतना ही कम करना बेहतर है। यूरोप में लोग साइकिल की तरफ वापस आ रहे हैं। फ्रांस, स्वीट्जरलैंड, ब्रिटेन, इटली और जर्मनी जैसे देशों में तो साइक्लिंग को बढ़ावा देने के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चलाए जा रहे हैैं। ऐसे में हम सभी लोगों को एक बार फिर अपने बचपन के हमसफर साइकिल को याद कर इसे अपनाने की जरूरत है।

Posted By: Inextlive