टेक्नोलॉजी हमारे जीवन में गहरा प्रभाव डालता है. इस सेक्टर में भी बच्चे अपना सुनहरा करियर बना सकते हैैं. ये बातें अमृता विश्वविद्यापीठम् के डायरेक्टर ऑफ एडमिशन महेश्वर चैतन्य ने कहीं.


रांची (ब्यूरो) : वे शनिवार को अमृता विश्वविद्यापीठम् और दैनिक जागरण आईनेक्स्ट द्वारा आयोजत करियर पाथवे के दूसरे दिन स्टूडेंट को एड्रेस कर रहे थे। उन्होंने बदलते समय में टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में बच्चे किस सेक्टर में अपना करियर बना सकते हैं, इसकी विस्तृत जानकारी दी। महेश्वर चैतन्य ने कहा कि टेक्नोलॉजी के कुछ साइड इफेक्ट भी हैं। दूसरे दिन भी दिखा बच्चों में उत्साह


सीएमपीडीआई का मूयरी ऑडिटोरियम में करियर पाथवे के दूसरे और अंतिम दिन भी बच्चों से खचाखच भरा रहा। शनिवार को भी एक्सपट्र्स ने बच्चों को सफलता के कई टिप्स दिए। दो सेशन में हुए इस कार्यक्रम की शुरुआत दीप जलाने के बाद गायत्री मंत्र और सरस्वती वंदना के साथ की गई। पहला सेशन सुबह साढ़े नौ से 11 बजे तक और दूसरा सेशन दिन के 11.30 से एक बजे तक चला। समय से पहले ही बच्चे कार्यक्रम स्थल पहुंच गए थे। पूरे कार्यक्रम में बच्चे काफी उत्साहित और जिज्ञासु नजर आए। बच्चों के साथ उनके स्कूल से आए टीचर्स ने भी करियर पाथवे को काफी एंज्वाय किया। प्लान ए के साथ प्लान बी और सी भी रखें

अमृता विश्वविद्यापीठम् के डायरेक्टर ऑफ एडमिशन महेश्वर चैतन्य ने बताया कि लाइफ में गोल जरूरी है। हर बच्चे को एक गोल सेट करना चाहिए। जिस फिल्ड में बच्चे की रुचि है और जिसे करने पर पैशन मिलता है। उसे प्लान ए में रखना चाहिए। इसके साथ ही बैकअप में प्लान बी और प्लान सी भी रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि 11वीं और 12वीं वह पड़ाव होता है जब बच्चे करियर को लेकर सीरियस होने लगते हैं, लेकिन इसी दौरान उन्हें पेरेंट्स, फ्रेंड्स और दूसरे परिचितों के एडवाइस आने लगते हैैं। बच्चों को हमेशा वही फील्ड चुनना चाहिए जिसे वे करना चाहते हैैं। किसी के दवाब में आकर कभी करियर की दिशा तय न करें। महेश्वर चैतन्य ने बच्चों को साइंस के डिफरेंट्स स्ट्रीम में कौन से फील्ड में करियर बन सकता है, इसे बारे में पूरी जानकारी दी। उन्होंने पॉवर प्रजेंटेशन की मदद से विजुअल द्वारा बच्चों के डाउट क्लियर किए। सेशन के दौरान बच्चों ने भी सवाल भी पूछे, जिनके उन्हें जवाब भी मिले। मिले ये तीन मंत्र

सेमिनार में मोटिवेशनल स्पीकर अरुणेंद्र सोनी ने कहा कि नौकरी तो हर कोई पा लेता है, लेकिन इससे हैप्पीनेस नहीं मिलता, पैशन नहीं मिलता। इसे पाने के लिए अपने इंटरेस्ट के कोर्स चुनकर उस फिल्ड में 100 परसेंट एफर्ट लगाना पड़ता है। एक सक्सेसफुल इंसान बनने के लिए आपके अंदर जेलश, चाइल्डिश और रिग्रेटफुल थींकिंग लाना होगा। तभी आप दूसरे सफल व्यक्ति से आगे निकल कर आसमां को छू सकते हैं। उन्होंने जेफ, आइंस्टाइन और दूसरे सफल व्यक्तियों का एग्जामपल देकर बच्चों को एक गोल सेट कर उस दिशा में अथक मेहनत और लगन से आगे बढऩे के टिप्स दिए। खुद को कर दें समर्पित
अमृता विश्वविद्यापीठम् के करियर कांउसेलर शुभम तोमर ने भी बच्चों को कई महत्वपूर्ण बातें बताईं। उन्होंने बच्चों को सक्सेस मंत्र देते हुए कहा कि क्लास 11 और 12 में ही करियर की दिशा और दशा तय होती है। अपनी एबिलिटी को पहचानते हुए हमें अपने करियर के लिए एक गोल सेट करना चाहिए। उस गोल को अचीव करने के लिए खुद को उसमें समर्पित कर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि यही वह समय होता है जब बच्चों को अपने अंदर के चैलेंज को ढंूढना होता है। जिस क्षेत्र में करियर बनाना है उस दिशा में फोकस करते हुए मेहनत करनी चाहिए। लक्ष्य तक पहुंचने में कई अड़चनें भी आएंगी, लेकिन उन बाधाओं से हार नहीं मानना है, बल्कि डबल एनर्जी लगाकर सभी अड़चनों को दूर करते हुए अपने लक्ष्य की ओर आगे बढ़ते रहना है। उन्होंने कहा कि हमेशा प्लान ए के साथ प्लान बी भी तैयार रखना चाहिए। दूसरों को देखकर कुछ मत करोइस कार्यक्रम में विशेष रूप से शामिल जेवीएम श्यामली के प्रिंसिपल समरजीत जाना ने कहा कि यह काफी सराहनीय सेशन रहा। बच्चों को कई सारी नई चीजें जानने और सीखने को मिली। उन्होंने बच्चों को टिप्स देते हुए कहा कि कभी अपने पेरेंट्स, फ्रेंड्स या रिलेटिव को देख कर कुछ मत करें। आप जो बनना चाहते हैैं, जो करना चाहते हैैं वही करें। दूसरे के दिखाए रास्ते पर चलने में नुकसान होता है। इन स्कूल-कॉलेज के स्टूडेंट्स हुए शामिल फस्र्ट सेशन डीएवी गांधीनगर, गुरु गोविंद सिंह पब्लिक स्कूल, गुरुनानक स्कूल, फिरायालाल पब्लिक स्कूल, जेवीएम श्यामली, संत पॉल कॉलेज। सेकेंड सेशन सेंट्रल एकेडमी, अनिता इंटरमीडिएट कॉलेज और विवेकानंद विद्या मंदिर। लकी ड्रॉ में बच्चे हुए शामिल सेमिनार में शामिल हुए बच्चों के बीच लक्की ड्रॉ कांटेस्ट भी कराया गया। इसमें अलग-अलग स्कूलों के बच्चों ने ईनाम जीते। दोनों सेशन मेें छह बच्चों का नाम लक्की ड्रा में निकाला गया। सेमिनार में बच्चों ने एक्सपर्ट से अपने डाउट भी क्लियर किए। वहीं, कार्यक्रम में स्कूलों के शिक्षकों को भी सम्मानित किया गया। इन बच्चों ने जीता ईनामफस्र्ट सेशन स्टूडेंट स्कूल-कॉलेज
संजोरी कुमारी डीएवी गांधी नगर रिया कुमारी संत पॉल कॉलेजआर्यन सिन्हा फिरायालाल पब्लिक स्कूल सेकेंड सेशनस्टूडेंट स्कूल-कॉलेज साजिया परवीन अनिता इंटरमीडिएट कॉलेज अंजली कुमारी विवेकानंद विद्या मंदिर मुस्कान परवीन अनिता इंटरमीडिएट कॉलेज इन शिक्षकों ने बढ़ाई कार्यक्रम की शोभाफिरायालाल पब्लिक स्कूलशिप्रा संजीव श्रीवास्तवएसएन शाहअंकिता मुखर्जी गुरुनानक हाइयर सेकेंडरी स्कूल सुनील कुमार रंजीत बहादुर सिंहजेवीएम श्यामलीश्रीलेखा मेननप्रणव कुमार गुरुगोविंद सिंह पब्लिक स्कूलमंजू यादवसचिन कुमार डीएवी गांधी नगर डॉ मनोज कुमार शरद उपाध्यायजया ठाकुर अनिता इंटरमीडिएट कॉलेज जोसेफ केरकेट्टामनीष कुमार रजकनगमा कौशर अल्का तेवानविवेकानंद विद्या मंदिर ज्योति सिंहरविकांत पाठक रुमा सिंहसौरभ कुमार श्रीकांत पांडेय संत पॉल कॉलेज प्रेम कुमार कर्ण अंजय कुमार मेहता स्टूडेंट्स ने कहा करियर पाथवे में करियर को लेकर कई टिप्स दिए गए। इस सेमिनार में शामिल होकर काफी अच्छा लगा। एक्सपर्ट द्वारा मिले टिप्स का पूरा ख्याल रखूंगा। - आलोक कुमार, स्टूडेंट करियर को लेकर कई उलझनें थीं। करियर पाथवे में मैंने अपने डाउट्स भी क्लीयर किए। सेमिनार में बताई गई सभी बातें फ्यूचर में लाभदायक होंगी।- अमरेश कुमार, स्टूडेंट 12वीं के बाद क्या करना चाहिए इसकी सटिक जानकारी मिली। इस तरह के सेमिनार हमारे लिए बहुत जरूरी है। विशेषज्ञों ने कई महत्वपूर्ण जानकारियां दीं। - अंजली, स्टूडेंट यह कार्यक्रम काफी अच्छा था। कई सवालों के जवाब मिले। हमें काफी अच्छी तरह से समझाया गया। एक्सपर्ट के टिप्स हमारे लिए काफी कारगर साबित होंगे। - अपराजिता, स्टूडेंट महेश्वर चैतन्य सर का और अरुणेंद्र सर का सेशन काफी अच्छा था। कई सारी नई चीजें जानने को मिलीं। हमारे डाउट्स भी क्लीयर किए गए। - अर्पणा, स्टूडेंट फ्यूचर में क्या करना है यह सवाल हमेशा मन में बना रहता है। सेमिनार में काफी चीजें जानने और समझने का अवसर मिला। यह काफी हेल्फ फुल होगा। - हर्ष कुमार, स्टूडेंट विशेषज्ञों की ओर से दी गई जानकारी करियर को नई दिशा देने में सहायक होंगी। एक्सपर्ट द्वारा मिले टिप्स काफी उपयोगी हैैं। इसका लाभ फ्यूचर में मिलेगा। - खुशी कुमारी, स्टूडेंट अमृता विश्वविद्यापीठम्् और दैनिक जागरण आईनेक्स्ट को इस तरह के कार्यक्रम कराने के लिए धन्यवाद। 12वीं के बाद होने वाले प्रॉब्लम और उसके साल्यूशन की जानकारी सेमिनार में मिली। - खुशी कुमारी, स्टूडेंट पहली बार इस तरह के कार्यक्रम में शामिल हुई। मुझे लगता है कि पेरेंट्स को भी ऐसे कार्यक्रमों में शामिल करना चाहिए। यहां करियर के बारे में काफी कुछ जानने को मिला। - कुमारी सुकृति, स्टूडेंट करियर पाथवे में करियर को कैसे सुनहरा बनाया जाए इसकी विस्तृत जानकारी मिली। ऐसे कार्यक्रम का आयोजन आगे भी होना चाहिए। - नैंसी कुमारी, स्टूडेंट 12वीं के बाद कई सारे सवाल मन में होते हैं। सारे सवालों के जवाब यहां आकर मिले। एक्सपर्ट द्वारा बताए गए टिप्स करियर बनाने में लाभदायक होंगे। - नीलू, स्टूडेंट सभी एक्सपट्र्स ने करियर के लिए उपयोगी टिप्स दिए। 12वीं के बाद कोर्स के सेलेक्शन में ये टिप्स काम आएंगे। स्टूडेंट्स के लिए ऐसे प्रोग्राम जरुरी हैं। - निरुपम, स्टूडेंट 12वीं के बाद करियर को लेकर काफी कंफ्यूजन रहता है, लेकिन इस प्रोग्राम में शामिल होने के बाद काफी डाउट क्लियर हुए। सेमिनार में शामिल होकर अच्छा लगा। - प्रियांशु, स्टूडेंट काफी बेहतरीन प्रोग्राम था, बहुत सारी चीजें जानने, सीखने को मिली। ऐसे कार्यक्रम में शामिल होने से नई-नई जानकारियां मिलती हैं, जो कि करियर में काफी हेल्पफुल होती हैैं। राशि रानी, स्टूडेंट शिक्षकों ने भी सराहा अमृता विश्वविद्यापीठम्् और दैनिक जागरण आईनेक्स्ट द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम काफी सराहनीय था। बच्चे काफी मोटिवेट हुए, - प्रणव कुमार, टीचर, जेवीएम श्यामलीबच्चों को करियर तलाशने में यह सेमिनार काफी उपयोगी होगा। आगे भी ऐसे कार्यक्रम हों, जिससे कि स्टूडेंट्स इसका भरपूर फायदा उठा सकें। - श्रीलेखा मेनन, टीचर, जेवीएम श्यामलीबच्चे सेमिनार में जाने के लिए काफी उत्साहित थे। यहां आकर उन्हें काफी अच्छा लगा। कई बच्चों ने अपने एक्सपीरियंस शेयर किए। - अंकिता मुखर्जी, टीचर, फिरायालाल पब्लिक स्कूल12वीं के बाद बच्चों में करियर और आगे की पढ़ाई को लेकर कंफ्यूजन रहता है। इस तरह के सेमिनार अटैंड करने से बच्चों में कांफिडेंस भी आता है। - शिप्रा, टीचर, फिरायालाल पब्लिक स्कूलकरियर पाथ वे में मिले टिप्स बच्चों के करियर के लिए उपयोगी होंगे। बच्चे कार्यक्रम में शामिल होकर काफी खुश हुए। - एसएन शाह, टीचर, फिरायालाल पब्लिक स्कूलइस तरह के आयोजनों से बच्चों के बौद्धिक क्षमता का विकास होता है। यह कार्यक्रम काफी सराहनीय था। अमृता विश्वविद्यापीठम्् और दैनिक जागरण आईनेक्स्ट का आभार। - मंजू यादव, टीचर, टीचर, गुरु गोविंद सिंह पब्लिक स्कूलकाफी सराहनीय प्रयास है। बच्चों को इस प्रकार की एक्टिविटी में जरूर शामिल होना चाहिए। बच्चों को करियर को लेकर नई-नई जानकारी मिलती हैं। सिस्टर कमला खलखो, प्रिंसिपल, अनिता इंटरमीडिएट कॉलेज

Posted By: Inextlive