सिर्फ 100 करोड़ ही हो पाएगी वसूली
RANCHI: झारखंड में 10000 करोड़ से अधिक के चिटफंड घोटाले में सीबीआई ने 74 कंपनियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है। जांच के दौरान सीबीआई ने इन कंपनियों के 100 करोड़ की संपत्ति का पता लगाया है। जिसे सीबीआई ने मनी लाउंड्रिंग के तहत जब्त करने को लेकर ईडी को पत्र लिखा है। एफआईआर और उसके बाद फिर चार्जशीट के साथ ही अब मामलों के ट्रायल की तैयारियां सीबीआई के तरफ से युद्धस्तर शुरू कर दी गई है। झारखंड हाईकोर्ट के आदेश पर सीबीआई ने 154 कंपनियों के खिलाफ कुल 110 एफआईआर रांची एसीबी, आर्थिक अपराध शाखा और धनबाद एसीबी विंग में दर्ज की थी। जांच के क्रम में सीबीआई ने इन कंपनियों के 100 करोड़ की संपत्ति का पता लगाया है। सीबीआई ने इस संपत्ति को मनी लाउंड्रिंग के तहत जब्त करने के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को पत्र भेजा है। ईडी सीबीआई के पत्र के आधार पर आगे की कार्रवाई करेगी। सीबीआई के मुताबिक, अलग-अलग कंपनियों और उनके निदेशकों से जुड़ी अचल और चल संपत्ति की जानकारी जुटाई गई है।
- चिटफंड कंपनियों से जुड़े ठगी के मामलों की सुनवाई के लिए रांची में दो कोर्ट का होगा गठन। - आरोपियों को चार्जशीट के बाद जल्द से जल्द सजा हो इसके लिए सीबीआई के प्रयास तेज।- विशेष चिटफंड अदालतों में त्वरित तरीके से केसों की सुनवाई होगी।
- झारखंड अगेंस्ट करप्शन की याचिका पर सुनवाई के बाद हाईकोर्ट का आदेश। - 2017 में चिटफंड से जुड़े सारे केस सीबीआई को सौंपने का आदेश, तीन साल का डेवलपमेंट। - सीबीआई जांच से जुड़ी प्रोग्रेस रिपोर्ट इसी महीने हाईकोर्ट को सौंपने की तैयारी में। - सीबीआई अधिकारियों के मुताबिक 2021 तक सारे 110 केस की जांच पूरी कर चार्जशीट करने और सुनवाई का लक्ष्य। चिटफंड घोटाले में सीबीआई कार्रवाई कर रही है। पीडि़तों से भी अनुरोध हैं कि वह सीबीआई को ठगी से संबंधित ओरिजनल डॉक्यूमेंट दें, ताकि केस में तथ्यों को जोड़ा जा सके। कई मामलों में अगर आरोपियों के बारे में पीडि़त या आमलोगों को जानकारी मिलती है तो उसे सीबीआई के साथ शेयर करें। श्रीधर मल्लिक, सीबीआई एसपी