--इस साल लगेंगे एक करोड़ 70 लाख पौधे

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अनगड़ा प्रखंड के गेतलसूद में गांधीग्राम में किया वन महोत्सव का शुभारंभ

रांची : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि इस साल वन महोत्सव कार्यक्रम के तहत पूरे प्रदेश में एक करोड़ 70 लाख पौधे लगाए जाएंगे। रांची जिले में एक लाख पौधे लगाए जाएंगे। सभी अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि जितनी भी सरकारी खाली जमीन पड़ी है, उन सब पर पौधा रोपण किया जाए। मुख्यमंत्री वन महोत्सव कार्यक्रम के अवसर पर गांधीग्राम में जनता को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सभी को चाहिए कि पौधे लगाएं और पानी बचाएं। तालाबों को बचाने की भी जरूरत है। अगर तालाबों को नहीं बचाया गया तो आने वाले चंद वर्षों में ही विकट जल संकट पैदा होगा। सभी को पर्यावरण की रक्षा के लिए पौधे लगाना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने अपने पिछले कार्यकाल में सभी विभागों को निर्देश दिया था कि सरकारी कार्यक्रमों में अधिकारियों को सम्मानित करने के लिए उन्हें बुके ना दें। बल्कि एक-एक पौधा दें। कार्यक्रम को संबोधित करने के बाद मुख्यमंत्री ने स्वर्णरेखा नदी के किनारे पौधा रोपण किया। यहां नदी किनारे वन विभाग ने 3111 पौधे लगाए हैं। विभिन्न अधिकारियों ने भी यहां पौधा रोपण किया। पीपल, जामुन, नीम आदि के पौधों का रोपण किया गया है। इसके अलावा प्रखंड के विभिन्न ग्रामों से आई समितियों को भी मुख्यमंत्री ने उपहार स्वरूप पौधे प्रदान किए। इस अवसर पर राज्यसभा सदस्य धीरज प्रसाद साहू, खिजरी विधायक राजेश कच्छप, अपर मुख्य सचिव एल ¨खग्याते, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे, प्रधान मुख्य वन संरक्षक प्रियेश कुमार वर्मा, वन विभाग के पदाधिकारी व अन्य उपस्थित थे।

----------

जंगल व पहाड़ खत्म हुए तो राज्य का सम्मान खत्म

मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड का सम्मान यहां के जंगल, पहाड़ और नदियां हैं। अगर ये समाप्त हुए तो राज्य का सम्मान स्वत: समाप्त हो जाएगा। पूर्वजों ने सब के लिए प्रकृति का अमूल्य उपहार छोड़ा है। ये जीवन के आधार हैं। पर्यावरण संरक्षण की बातें तो बहुत होती हैं। अगर उन बातों पर हम खरे उतरे तो पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचेगा। वनों के महत्व को समझने की आवश्यकता है।

------

विकास व पर्यावरण में बैठाना होगा सामंजस्य

मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस प्रकार विकास की सीढि़यां चढ़ी जा रही हैं उससे हम विनाश को भी आमंत्रण दे रहे हैं। अगर सामंजस्य नहीं बैठाया तो मानव को ही खामियाजा भुगतना पड़ेगा। महामारी समेत कई घटनाएं अच्छा संकेत नहीं दे रहीं हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास के नाम पर पहाड़ और खदान खोदे जा रहे हैं। जंगल उजड़ रहे हैं। आधारभूत संरचना और उद्योग के लिए। इस दिशा में ध्यान देने की आवश्यकता है।

----------

पानी का संरक्षण भी जरूरी

मुख्यमंत्री ने कहा कि मानव का सृजन पानी के इर्दगिर्द हुआ है। यह विकास के मार्ग को भी प्रशस्त करता है। जल कई युगों तक हमें संभाल सकता है। रांची में कई बड़े तालाब और डैम हैं। लेकिन ऐसी जगहों पर बन रहे कंक्रीट के जंगल अच्छा संकेत नहीं दे रहे हैं। इन जलाशयों के संरक्षण के प्रति हम गंभीर नहीं हुए तो गंभीर परिणाम देखने को मिल सकता है।

--

Posted By: Inextlive