रांची नगर के कारनामे अजब-गजब हैं. पब्लिक को सुविधा देने के बजाय नगर निगम उनके लिए समस्या खड़ी करता रहता है.


रांची (ब्यूरो): भले आपके घर के सामने गंदगी का ढेर पड़ा हो, लेकिन नगर निगम यूजर चार्ज वसूलने में पीछे नहीं है। इसी महीने से नई एजेंसी को यूजर चार्ज कलेक्शन की जिम्मेवारी सौंपी गई है। जिम्मेवारी सौंपते ही कलेक्शन का अभियान तेज कर दिया गया है। कपंनी के एजेंट गली-गली घूमकर लोगों के घर पहुंच रहे हैं और यूजर चार्ज की डिमांड कर रहे हैं। अप्रैल से ही वसूली का दबाव


दूसरी समस्या यह है कि कपंनी अप्रैल से ही चार्ज का भुगतान करने का दबाव डाल रही है, जिस कारण हर दिन पब्लिक और टैक्स कलेक्टर के बीच विवाद हो रहा है। बुधवार को भी कडरू स्थित अशोक कुंज में रहने वाले अवध नारायण मिश्रा से अप्रैल महीने से यूजर चार्ज का भुगतान करने को कहा गया। हालांकि, अवध नारायण ने इसका विरोध किया और नगर आयुक्त से मिलकर शिकायत करने की बात कह कर टैक्स कलेक्टर को वापस भेज दिया। इस तरह की घटनाएं आए दिन अलग-अलग वार्ड में सामने आ रही हैं। अब इस मुद्दे को लोग सोशल मीडिया पर भी उठाने लगे हैं। नेटविंड सॉफ्ट को जिम्मा

रांची नगर निगम ने यूजर चार्ज वसूली के लिए नेटविंड सॉफ्ट लैब कंपनी को जिम्मेवारी सौंपी है। इस कंपनी को पिछले महीने ही वर्क ऑर्डर दिया गया है। लेकिन कंपनी बीते आठ महीने का भुगतान कलेक्ट कर रही है। कंपनी के एजेंट घर-घर जाकर लोगों से यूजर चार्ज का भुगतान करने का दबाव बना रहे हैं। नहीं देने पर भारी जुर्माना लगाने और कार्रवाई की भी बात कही जाती है। इधर, राजधानी में साफ-सफाई की बात करें तो स्थिति काफी दयनीय है। घरों से हर दिन कचरा भी नहीं उठाया जा रहा है। फिर भी निगम यूजर चार्ज वसूलने का काम कर रहा है। शहर में 2 लाख से अधिक घर हैं, लेकिन मात्र 60 प्रतिशत घरों से ही नगर निगम कूड़े का उठाव कर रहा है। ऐसे में जिन क्षेत्रों या घरों में निगम के सफाईकर्मी नहीं आ रहे हैं, वहां सडक़ों पर कूड़े का ढेर दिख रहा है। कई क्षेत्रों में निगम के सफाईकर्मी और स्थानीय लोग कूड़े के ढेर में आग लगाकर जला रहे हैं, जिससे पॉल्यूशन भी फैल रहा है। लोगों को सांस संबंधी बीमारियां भी हो रही हैं। अप्रैल में टर्मिनेट हुई सीडीसी

सिटी में सफाई करने वाली कंपनी सीडीसी को इसी साल अप्रैल महीने में नगर निगम ने टर्मिनेट कर दिया है। कपंनी के खराब परफार्मेंस और बार-बार आ रही शिकायतों के बाद निगम ने उसे कार्यमुक्त कर दिया था। उसी समय से यूजर चार्ज कलेक्शन बंद है। हालांकि घरों से कचरे का उठाव भी अप्रैल महीने से बंद है। कंपनी के टर्मिनेट होने के बाद नगर निगम ने कमान अपने हाथ में जरूर लिया। लेकिन घरों से कचरा उठना शुरू नहीं हुआ। सिर्फ कुछ प्रमुख सडक़ों और प्रमुख स्थानों की सफाई नगर निगम कर रहा है। हालांकि एक बार फिर से नगर निगम प्राइवेट एजेंसी के चयन में जुट गया है। यूजर चार्ज के नाम पर ठगी, निगम ने किया अलर्ट यूजर चार्ज के नाम पर ठगी भी हो रही है। सरकुलर रोड, नगड़ा टोली क्षेत्र में दर्जनों लोगों से कूड़ा यूजर चार्ज के नाम पर पैसे वसूले गए हैं, लेकिन उन्हें रसीद नहीं दी गई। जब नेटविंड कंपनी के कर्मी ऐसे घरों में टैक्स कलेक्ट करने जा रहे हैं, तब इस बात का खुलासा हो रहा है। नगड़ा टोली निवासी राधेश्याम कुमार ने इसको लेकर शिकायत दी है। जिसे देखते हुए नगर निगम ने आम लोगों से अलर्ट रहने की अपील की है। टैक्स कलेक्टर के बारे में पूरी जानकारी लेने और आईडी कार्ड देखकर संतुष्ट होने के बाद ही भुगतान करें। भुगतान के बाद रसीद जरूर लें।
नई चयनित कंपनी को टैक्स कलेक्शन की जिम्मेवारी दी गई है। किसी भी नागरिक को धमकाने या जबरदस्ती वसूली करने का निर्देश नहीं दिया गया है। -रजनीश कुमार, डीएमसी, रांची क्या कहती है पब्लिकनगर निगम सिर्फ वसूली का अड्डा है। आम लोगों को सुविधा नहीं दी जाती, लेकिन पब्लिक को परेशान जरूर किया जाता है। - अभिजीत कुमार टैक्स कलेक्टर द्वारा जबरन पैसा मांगा जाता है। नगर निगम में जाकर जमा करने की बात कहने पर ऑन द स्पॉट भुगतान करने को कहा जाता है। - कुसुम रंजीता सिंह मुंडाशहर में सफाई नदारद है, घरों से कचरा उठ नहीं रहा। लेकिन निगम को सिर्फ टैक्स की चिंता है। जब लोगों को सुविधा मिलेगी तो लोग खुद ही भुगतान करेंगे ना। - मो अली कभी होल्डिंग टैक्स, कभी यूजर चार्ज कभी वाटर टैक्स के रूप में आम लोगों को परेशान किया जाता है। लेकिन सुविधा के नाम पर निगम के पास कोई जवाब नहीं रहता। - अमृतेश पाठक

Posted By: Inextlive