RANCHI : लॉरेटो कॉन्वेंट डोरंडा की आठवीं की स्टूडेंट ने वेडनसडे को एक्सआइएसएस कैंपस स्थित क्वार्टर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. स्टूडेंट का नाम शीरीन है और उसकी उम्र 14 साल है. वह एक्सआइएसएस के पर्सनल मैनेजमेंट के एचओडी शशि राज शॉक की बेटी थी. छात्रा की मां स्कूल की टीचर है. उनका नाम अवनी है. अवनी इससे पहले विकास विद्यालय की इंग्लिश की एचओडी रह चुकी हैं.

पंखे से लटककर दी जान
मिली जानकारी के अनुसार वेडनसडे को दोपहर ढाई बजे शीरीन स्कूल से लौटी थी। स्कूल से लौटने के बाद वह परेशान लग रही थी। उसने खुद को कैंपस के क्वार्टर नंबर 1 डी में बंद कर लिया। मम्मी-पापा ने जब उसके कमरे में बंद होने का कारण पूछा तो उसने बताया कि वह प्रार्थना करना चाहती है। उसे प्रार्थना करने दिया जाए। लगभग आधे घंटे के बाद जब वह रूम से नहीं निकली, तो उसकी मां ने खिड़की से झांककर देखा। उन्होंने उसे पंखे से लटकता पाया। उसके बाद शीरीन को गुरुनानक हॉस्पिटल लाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।

हॉस्टल में मची अफरा-तफरी
शीरीन के सुसाइड करने की खबर मिलते ही एक्सआइएसएस हॉस्टल में खलबली मच गई। किसी को यकीन नहीं आ रहा था कि 14 साल की मासूम शीरीन अब इस दुनिया में नहीं है। शशि शॉक की फैमिली में उनकी वाइफ के अलावा बेटी शीरीन और बेटा अर्पित है। बेटा कोलकाता में रहकर इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा है। अर्पित उनका बड़ा बेटा था, जबकि शीरीन छोटी बेटी थी।

बड़े नाजों से पली थी शीरीन
शीरीन क्रिश्चियन फैमिली की लड़की थी। उसके पिता ने उसे बड़े लाड़-प्यार से पाला था। इस परिवार को जाननेवाले लोग कहते हैं कि शीरीन जल्दी जमीन पर पांव नहीं रखती थी। वह जहां जाती थी गाड़ी से ही जाती थी। पापा की तो वह लाडली थी। मरने से पहले शीरीन ने किसी तरह का सुसाइड नोट नहीं छोड़ा है। लेकिन शीरीन के इस तरह अचानक सुसाइड करना कई सवाल खड़े करता है। पुलिस भी इस हाईप्रोफाइल मामले की कई बिंदुओं को ध्यान में रखकर तफ्तीश कर रही है। साथ ही संबंधित लोगों से पूछताछ भी कर रही है।

Posted By: Inextlive