RANCHI : सुंदर नैन-नक्श स्मॉल हाइट और संजीदगी ऐसी कि सामनेवाला इम्प्रेस हुए बिना नहीं रह सके. कॉल रिकॉर्ड में इंग्लिश और लोकल लैंग्वेज का यूज. लास्ट ईयर रांची पुलिस को एक स्कूटीवाली लड़की की तलाश थी. पुलिस को इंफॉर्मेशन मिली थी कि एक लड़की है जो तुलसी पाहन की प्रेमिका है और वह स्कूटी चलाती है. स्कूटी से वह अपने प्रेमी तुलसी से मिलने के लिए अनगड़ा जा रही है. भनक मिलते ही अनगड़ा और टाटीसिलवे थाना पुलिस ने चेकिंग लगा दी. चेकिंग लगाने के बाद उधर से गुजर रही एक स्कूटी सवार लड़की को रोका गया. लेकिन लड़की अकेली नहीं थी. स्कूटी पर उस लड़की की मां और छोटा भाई बैठा था. लड़की ने पुलिस से थोड़ी स्टाइल और इंग्लिश लैंग्वेज में बात की. खुद को उसने बीआईटी का स्टूडेंट बताया था. थोड़ी देर पूछताछ के बाद लड़की और उसके रिलेटिव्स को छोड़ दिया गया. पुलिस के चंगुल से छूटते ही स्कूटीवाली लड़की वहां से नौ-दो ग्यारह हो गई. जब कॉल डिटेल्स निकाला गया तो पता चला कि जिसे उन्होंने जांच कर छोड़ा है वही तुलसी पाहन की प्रेमिका थी. जब तक पुलिस उसे पकड़ती वह तुलसी पाहन के गैंग में शामिल हो चुकी थी. पुलिस की गतिविधियों के बारे में जब लड़की ने बताया तो तुलसी पाहन ने उसे अपने साथ दस्ते में ही रख लिया. जब रिया ने तुपुदाना पुलिस को दिए कन्फेशन में उस घटना का जिक्र किया तो पुलिस भी अचंभित रह गई.


संत पॉल्स कॉलेज में पढ़ती थी  

पहले रिया नायर ने पुलिस से बचने के लिए खुद को दिल्ली यूनिवर्सिटी का स्टूडेंट बताया, फिर उसने कहा कि वह बीआईटी मेसरा की इंजीनियरिंग की स्टूडेंट है। लेकिन बाद में उसने बताया कि वह बीआईटी के समीप रूदिया गांव की रहनेवाली है और संत पॉल्स कॉलेज में पार्ट टू की स्टूडेंट है। 22 वर्षीया रिया नायर ने स्वीकारा है कि उसके पिता बीएएमपी में जवान थे। ड्यूटी से अनुपस्थित रहने के बाद उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया था। तब से वे गांव में रहते हैं और बीआईटी में ही फोर्थ ग्रेड में काम करते हैं। उसकी मां भी बीआईटी में ही काम करती है।

ढाई महीने से तुलसी के साथ
पुलिस द्वारा खोजे जाने की सूचना उसने रिश्ते में लगनेवाले भाई के मार्फत फोन से तुलसी पाहन को दी। उसने बताया कि पुलिस को उसकी एक्टिविटीज पर शक है, अब वह क्या करे? तुलसी पाहन ने उसे अपने दस्ते में बुला लिया, फिर रनिया के जंगल समेत कई जंगलों में साथ ही रखा। ढाई महीने से वह तुलसी के साथ रही। इस दौरान दोनों के बीच प्यार का परवान चढ़ा। तुलसी उसे एक पल के लिए भी अकेला नहीं छोड़ता था।
रिश्ते में लगनेवाले भाई के पास अक्सर तुलसी पाहन मिलने जाता था। इसी दौरान रिया नायक को लगा कि इस व्यक्ति से उसका मकसद पूरा हो सकता है। वह अपने धोखेबाज प्रेमी से बदला ले सकती है। उन दोनों में दोस्ती हो गई। रिश्ते में लगनेवाले भाई और घर-परिवार को भी उनकी दोस्ती पर कोई एतराज नहीं था। वह खुलकर तुलसी से बात करने लगी। पहले वह उसे दोस्त कहकर फोन पर बात करती थी। बातचीत का यह सिलसिला रातभर चलता रहा। एक दिन दोनों ने एक दूसरे के प्रति प्यार का इजहार फोन पर ही कर डाला। कहा जा रहा है कि जिस स्कूटी से वह कॉलेज जाने के लिए निकलती थी, उसे खरीदने के लिए तुलसी पाहन ने ही पैसे दिए थे। वैसे पुलिस स्कूटी के मामले में भी जांच कर रही है। तुलसी पाहन दस्ते में रिया नायक को मीटिंग से अलग रखा जाता था। चूंकि वह दस्ते में नई-नई थी, इसलिए उसे मीटिंग में शामिल नहीं किया जाता था। बस दस्ते के साथ घूमने की छूट थी।

ग्रामीण एसपी को किया गुमराह
जब ग्रामीण एसपी असीम विक्रांत मिंज उससे पूछताछ कर रहे थे, तो वह पूर्व में कही बातों को ही दोहराती रही। उन्हें भी गुमराह करने की कोशिश की जाने लगी। लेकिन जब ग्रामीण एसपी ने उसके परिवार, भाई और पिता के बारे में बताया तो उसने सबकुछ सच-सच बताने में ही भलाई समझी।
पुलिस ने सैटरडे को पीएलएफआई के तुलसी पाहन और उसके गिरोह से मुठभेड़ के बाद रिया नायक को पकड़ा था। रिया नायक के साथ पुलिस ने तीन अन्य पीएलएफआई मेंबर्स को अरेस्ट किया था। उनके पास से पुलिस ने छह राइफल, एक कार्रबाइन, छह देसी रिवॉल्वर और 40 जीवित कारतूस बरामद किया था।

Posted By: Inextlive