RANCHI: लोगों के घरों में बिजली तो है, लेकिन इसके लिए उन्होंने बहुत कीमत चुकाई है। विद्युत विभाग बिल के रूप में इनसे मोटी रकम तो पा रहा है, लेकिन इनके लिए बिजली लाइन नहीं खींच रहा है। जी हां, यहां पोल नहीं बांस पर ही बिजली के तार झूल रहे हैं। न्यू पुंदाग में सेल सिटी के नजदीक हाल ही में विकसित कॉलोनी जोहार नगर में बिजली कनेक्शन का खेल हो रहा है। नियमों की आड़ में बिजली विभाग के अधिकारी यहां लोगों के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।

तीन महीने हुए पोल गाड़े

जोहार नगर में तीन महीने हुए पोल गाड़े हुए और उसमें तार भी खींचा जा चुका है। लेकिन इसमें कनेक्शन नहीं किया गया है। इस कारण लोग बांस गाड़ कर अपने घरों में बिजली ले रहे हैं। कॉलोनी के लोग बिजली विभाग के पास जा रहे हैं, लेकिन कई इलाके में अभी तक पोल से लाइन शुरू नहीं की गई है।

हादसों का खतरा

बिजली विभाग की उदासीनता के कारण इस कॉलोनी में बांस के सहारे लटकते बिजली तार अनहोनी को न्योता दे रहे हैं। आंधी तूफान या बारिश होने के बाद कॉलोनी में रहने वाले लोग डरते रहते हैं कि कहीं कोई अनहोनी न हो जाए। बांस पर बिजली का तार रहने के कारण गिरने का डर हमेशा बना रहता है। अगर उसमें समय से बिजली नहीं काटा गई तो कोई बड़ा हादसा कभी भी हो सकता है।

विभाग का ध्यान सिर्फ वसूली पर

बिजली विभाग राजधानी में भी राजस्व वसूली को ज्यादा तरजीह देता है। विभाग के अधिकारी सुविधा की ओर ध्यान नहीं देते, एक तरफ बिजली विभाग राजस्व वसूलने में दिलचस्पी दिखा रहा है, वहीं सुविधा देने के प्रति विभाग लगातार मौन पड़ा है। शहर की मुख्य सड़क हो या गली मोहल्ला, लटकते व क्षतिग्रस्त तार अनहोनी को आमंत्रण दे रहे हैं। कब कौन इस तार की चपेट में आ जाए, कहना मुश्किल है। लोगों से प्रतिमाह बिल की वसूली करने वाले विभाग को सुविधा देने से कोई लेना देना नहीं है। शहर के कुछ मोहल्लों को छोड़ अधिकतर में उपभोक्ता सौ मीटर की अधिक दूरी पर स्थित पोल से बांस के सहारे तार खींचकर घर तक बिजली ले जाने के लिए मजबूर हैं।

समस्या नहीं देखते अधिकारी

बिजली विभाग के अधिकारी परेशानी जानने कभी भी क्षेत्र में नहीं निकलते हैं। निकलते हैं तो सिर्फ कार्रवाई करने व राजस्व वसूलने। लेकिन गलत लोगों को छोड़ विभाग जिस उपभोक्ता से राजस्व की वसूली करते हैं, उन्हें सुविधा मिल रही है या नहीं, इस पर भी ध्यान देना विभाग के अधिकारियों का ही कर्तव्य है, लेकिन विभागीय अधिकारी राजस्व वसूली को ही ज्यादा तरजीह देते हैं।

क्या कहती है पब्लिक

हमलोगों की कॉलोनी में तीन महीने पहले ही पोल गाड़ कर छोड दिया गया है, उसमें बिजली नहीं मिल रही है। मजबूरी में हमलोग बांस के सहारे तार खींच कर बिजली जला रहे हैं।

-अनिता सिन्हा, जोहार नगर

बांस से तार खींचकर बिजली कौन जलाना चाहता है। लेकिन हमलोग का घर है तो बिजली भी जरूरी है। विभाग के लोग बिजली नहीं दे रहे हैं तो मजबूरी में बांस का सहारा लेकर बिजली जला रहे हैं।

-कशिश, जोहार नगर

वर्जन

जिन इलाकों में बिजली के लिए पोल गाड़ दिए गए हैं, वहां जल्द ही लाइन शुरू कर दी जाएगी। नई कॉलोनी जहां बन रही है, वहां के लोग खुद बिना विभाग की इजाजत के बांस गाड़ कर तार खींच लेते हैं।

-अजीत कुमार, अधीक्षण अभियंता, रांची

Posted By: Inextlive