RANCHI:गुरुवार को राज्य सरकार के निर्देश के बाद शहर के धार्मिक स्थल खुल गए। हालांकि, प्रमुख मंदिरों में पूजा-अर्चना के दिशा-निर्देशों को लेकर असमंजस की स्थिति रही, जिस वजह से कई मंदिरों में श्रद्धालुओं को दोपहर बाद प्रवेश की अनुमति मिली। दूसरी ओर, मस्जिदों में भी नमाज अदा की गई, लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए जमात में कम ही लोग शामिल हुए। इस तरह पिछले छह महीने से बंद पड़े धार्मिक स्थलों में रौनक लौट आई।

पहाड़ी मंदिर के लिए गाइडलाइन जारी

सिटी के सबसे प्रमुख मंदिरों में से एक पहाड़ी मंदिर को लेकर जिला प्रशासन की अनुमति से पहाड़ी मंदिर विकास समिति ने गाइडलाइन जारी किया है। अगले आदेश तक मंदिर सुबह सात बजे से 11 बजे तक तथा दोपहर में तीन बजे से संध्या सात बजे तक ही आम श्रद्धालुओं को प्रवेश मिलेगा। मंदिर में घंटा बजाने पर मनाही है। इस कारण मंदिर से घंटा हटा दिया गया है। जलाभिषेक के दौरान शिव¨लग नहीं छूना है। अरघा सिस्टम से जलाभिषेक की व्यवस्था की गई है। पहाड़ी बाबा के शिव¨लग के चारों ओर अरघा लगाया गया है। संध्या आरती में आम श्रद्धालु भाग नहीं ले सकते हैं। सिर्फ मंदिर के पुजारी ही आरती करेंगे ताकि भीड़ न हो। प्रसाद चढ़ाने पर रोक नहीं लगायी गई है। श्रद्धालु खुद अपने हाथों से प्रसाद चढ़ाकर घर ले जाएंगे। मंदिर के पुजारी प्रसाद नहीं लेंगे। इसके अलावा मंदिर में टीका, चंदन भी नहीं लगाया जाएगा। मंदिर के कोषाध्यक्ष अभिषेक आनंद के अनुसार अगले आदेश तक यह व्यवस्था की गई है।

गुरुवार सुबह श्रद्धालु आते रहे पर निराश लौटे

इधर, पहाड़ी मंदिर में सुबह से ही श्रद्धालुओं का आना लगा रहा। सभी को मंदिर बंद होने की बात कहकर लौटा दिया गया। हालांकि, दोपहर में जिला प्रशासन के आदेश पर पहाड़ी मंदिर सहित कई शहर के कई अन्य मंदिरों को खोल दिया गया। शारीरिक दूरी के बीच श्रद्धालुओं ने अपने ईष्ट देव का दर्शन किया। वहीं, कई मंदिर, चर्च और मस्जिद कमेटी की ओर से बताया गया कि जिला प्रशासन ओर से कोई जानकारी नहीं दी गई है। पूरे दिन असमंजस की स्थिति रही। पहाड़ी मंदिर के कोषाध्यक्ष अभिषेक आनंद के अनुसार 12 बजे जिला प्रशासन की ओर से मंदिर खोलने की अनुमति दी गई। इसके बाद मेन रोड हनुमान मंदिर, हिनू बजरंगबली मंदिर, चर्च रोड माता मंदिर, निवारणपुर तपोवन मंदिर का द्वार आम श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया।

जगन्नाथ मंदिर में आज से प्रवेश

जिला प्रशासन द्वारा सूचना नहीं दिये जाने के कारण धुर्वा स्थित ऐतिहासिक मंदिर पूर्व की भांति बंद ही रहा। किसी भी श्रद्धालु को मंदिर के अंदर नहीं जाने दिया गया। मंदिर के मुख्य पुजारी ब्रजभूषण मिश्रा ने बताया कि जिला प्रशासन की ओर से कोई सूचना नहीं दी गई कि मंदिर खोलना है या नहीं। हालांकि, अन्य मंदिरों के खुलने की सूचना मिली लेकिन जब तक प्रशासन द्वारा स्वीकृति नहीं दी जाती मंदिर कैसे खोलते। मंदिर प्रबंधन के लोग प्रशासन से बात करेंगे। उम्मीद है शुक्रवार से आम श्रद्धालुओं के लिए मंदिर खोल दिया जाएगा।

मास्क के बिना नहीं मिलेगी अनुमति

पूजा करने आने वालों को कोरोना संक्रमण को लेकर सरकार द्वारा जारी आदेश का पालन करना होगा। बिना मास्क लगाये किसी को भी प्रवेश की अनुमति नहीं मिलेगी। मंदिर के प्रवेश द्वार पर सेनेटाइजर की व्यवस्था की गई है। हाथ सैनिटाज के बाद ही श्रद्धालुओं को प्रवेश मिलेगा।

Posted By: Inextlive