Ranchi : अपना टेरर कायम करने के लिए इंडियन मुजाहिदीन आईएम बच्चों का यूज करता था. टारगेट प्लेस पर बम प्लांट करने से लेकर रेकी करने तक का काम नाबालिगों के द्वारा कराया जाता था. इसके लिए इंडियन मुजाहिदीन उन बच्चों को अच्छी-खासी रकम भी देता था. इसका खुलासा वेडनसडे को झारखंड के साहिबगंज डिस्ट्रिक्ट के उधवा से अरेस्ट महिलाओं ने किया है. पुलिस के साथ एनआईए दोनों महिलाओं से पूछताछ कर रही है.


पटना में ही रहता है शेखसाहिबगंज से अरेस्ट महिलाओं ने बताया है कि पटना सीरियल ब्लास्ट कांड में शामिल आतंकी समाउल शेख पटना में ही रहकर हाफिज की पढ़ाई पढ़ रहा है। पुलिस शेख व अन्य टेररिस्ट्स की अरेस्टिंग के लिए जगह-जगह पर छापेमारी कर रही है.  पटना सीरियल ब्लास्ट का आरोपी और रांची के सीठियो निवासी टेररिस्ट मो इम्तियाज ने नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी को महिलाओं के बारे में सुराग दिया था। मो इम्तियाज से सुराग मिलने के बाद एनआईए की टीम ने साहिबगंज में दबिश दी और तीन महिलाओं की अरेस्टिंग हो सकी। तीनों से पूछताछ में और भी कई सुराग मिलने के चांसेज हैं।

Posted By: Inextlive