>Ranchi : झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार के मंत्रिमंडल से कांग्रेस कोटे से कृषि मंत्री बने योगेंद्र साव ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। कहा जा रहा है कि सीएम हेमंत सोरेन की जिद की वजह से उन्होंने इस्तीफा दिया है। योगेंद्र साव के इस्तीफे के पीछे सीएम हेमंत सोरेन की क्या मंशा है, यह राजनीतिक गलियारा और गठबंधन में बैठी राजद और कांग्रेस भी समझ नहीं पाई है। मंत्री योगेंद्र साव के इस्तीफे ने सीएम हेमंत सोरेन के सामने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। पहला सवाल तो यह कि आपराधिक संगठन झारखंड टाइगर्स ग्रुप को संरक्षण देने के आरोप में मंत्री योगेंद्र साव से तो इस्तीफा ले लिया गया, लेकिन झारखंड सरकार के जिन दो मंत्रियों सुरेश पासवान और हाजी हुसैन अंसारी का नाम चर्चित तारा शाहदेव-रंजीत सिंह कोहली प्रकरण में उछल रहा है, उनपर सीएम हेमंत सोरेन कोई कार्रवाई क्यों नहीं कर रहे हैं? इनमें से मंत्री सुरेश पासवान पर तो हत्या के एक आरोपी को संरक्षण देने का भी आरोप लगा है, फिर भी सीएम हेमंत सोरेन इन पर नजर-ए-करम क्यों बनाए हुए हैं?

नहीं कर सके इंतजार

योगेंद्र साव के इस्तीफा देने के लिए क्फ् सितंबर (शनिवार) का दिन तय किया गया था। क्फ् सितंबर को ही योगेंद्र साव की किस्मत पर फैसला होना था, लेकिन योगेंद्र साव ने क्ख् सितंबर की रात को ही इस्तीफा क्यों दिया? ऐसी कौन सी मजबूरी है कि सीएम हेमंत सोरेन ने मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल समाप्त होने से महज दो-ढाई महीने पहले ही योगेंद्र साव से तो इस्तीफा ले लिया, मगर मंत्री हाजी हुसैन अंसारी और सुरेश पासवान को हटाने में उनका दिल पसीज रहा है?

कहीं दोस्ती तो नहीं बचा रही अंसारी को

झारखंड के राजनीतिक गलियारों में ऐसी चर्चा है कि रंजीत सिंह कोहली के लिए दो बार सिफारिशी चिट्ठी लिखनेवाले मंत्री हाजी हुसैन अंसारी का सीएम हेमंत सोरेन के पिता और जेएमएम सुप्रीमो शिबू सोरेन से गहरी दोस्ती है। खुद हाजी हुसैन अंसारी जेएमएम कोटे से मधुपुर के विधायक भी हैं। अल्पसंख्यक समुदाय में उनकी पकड़ अच्छी है। इसलिए, सीएम हेमंत सोरेन उन पर कार्रवाई करने से बच रहे हैं।

इधर दोषी साबित होने का है इंतजार

सियासी चर्चा यह भी है कि मंत्री सुरेश पासवान गठबंधन सरकार के राजद कोटे से मंत्री बनाए गए हैं। उनपर लगे आरोपों को लेकर राजद भी चुप्पी साधे हुए है। दोनों मंत्रियों के पार्टी प्रवक्ता, प्रदेश अध्यक्ष ने यह बयान दे दिया है कि चूंकि तारा मामले में सीएम ने सीबीआई जांच का आदेश दिया है, इसलिए सीबीआई जांच में वे दोषी पाए जाते हैं, तो उनसे इस्तीफा लिया जा सकता है।

वैश्य समुदाय में आक्रोश

योगेंद्र साव न सिर्फ कांग्रेस कोटे से हेमंत सरकार में मंत्री बने थे, बल्कि वह झारखंड के वैश्य समुदाय को भी लीड कर रहे थे। इसलिए, उनके इस्तीफे के कारण वैश्य समुदाय में सीएम हेमंत सोरेन के प्रति आक्रोश है। सूत्रों के मुताबिक, ऐसे में सीएम हेमंत सोरेन का आखिरी दांव जमशेदपुर के विधायक बन्ना गुप्ता हैं, क्योंकि बन्ना गुप्ता भी वैश्य समुदाय से आते हैं। हजारीबाग के सौरभ नारायण सिंह या विधायक सरफराज अहमद भी ऑप्शन के रूप में हैं। हालांकि, मंत्री पद किसे मिलेगा, इसकी जिच अभी कांग्रेस पार्टी समेत सरकार में चल रही है। इधर, कयास लगाया जा रहा है कि इस बार होनेवाले विधानसभा चुनाव में योगेंद्र साव का कांग्रेस से टिकट भी कट सकता है।

मेरी किसी ने नहीं सुनी : योगेंद्र साव

मैं शुरू से ही बड़कागांव समेत हजारीबाग जिले में हो रही माफियागिरी का विरोध करता रहा हूं। मैंने इस्तीफा देने से पहले झारखंड कांग्रेस प्रदेश प्रभारी बीके हरिप्रसाद से लेकर कई नेताओं के पास अपना पक्ष रखने गया। पर, किसी ने मेरी बात नहीं सुनी। मैं तो कहता था कि चाहे तो सीबीआई से जांच करवा लें। अब कानून और पार्टी के लोगों के प्रति संवेदनशीलता खत्म हो चुकी है। कानून जबरन मुझे अपराधी बना रहा है। यह कहना है मंत्री पद से इस्तीफा दिए योगेंद्र साव का। उनका कहना है- पार्टी ने जांच कमिटी में पूर्व विधायक मनोज कुमार, शमशेर आलम, महिला प्रदेश कांग्रेस प्रभारी (झारखंड) आभा सिन्हा को शामिल किया था, मगर इन लोगों ने सिर्फ हजारीबाग जाकर जांच के नाम पर खानापूर्ति की है। हजारीबाग एसपी मनोज कौशिक और क्षेत्र के लोगों ने जो बताया, उन्हीं के आधार पर रिपोर्ट प्रदेश अध्यक्ष को सौंप दी। मेरा कहना है कि अगर कोई आरोपी होता है, तो अदालत और पुलिस आरोपी का भी पक्ष जानना चाहती है। आरोपी व्यक्ति को अपना पक्ष रखने का अधिकार है। लेकिन, मेरा पक्ष न तो पुलिस ने सुना और न ही जांच कमिटी ने और न ही प्रदेश नेतृत्व करनेवाली पार्टी ने। शुक्रवार को योगेंद्र साव ने कहा था- हजारीबाग इलाके में कोयला तस्करी, अफसर, पुलिस-कोयला माफिया गंठजोड़ और सांठगांठ के खिलाफ कई बार एसआईटी जांच की मांग की थी, लेकिन मेरी बातों को किसी ने भी तरजीह नहीं दी। सीएम ने इस्तीफा के लिए दबाव बनाया, तो मैंने दे दिया।

Posted By: Inextlive