मार्केट से गायब हो रहे सिंगल यूज पॉलीथिन. दुकानदार भी अपने ग्राहक को कर रहे अवेयर.

रांची(ब्यूरो)। सिंगल यूज पॉलीथिन पर पाबंदी लगने के बाद अब लोगों में भी जागरूकता दिखने लगी है। खास बात यह है कि दुकानदार भी इसे लेकर लोगों को अवेयर करते नजर आ रहे हैं। बड़े-बड़े शापिंग मॉल, स्टोर, शोरूम आदि प्रतिष्ठानों में सिंगल यूज पॉलीथिन का इस्तेमाल लगभग बंद हो गया है। हालांकि छोटे दुकानदार अब भी चोरी-चुपके पॉलीथिन का प्रयोग कर रहे हैं। एक जुलाई से सिंगल यूज पॉलीथिन पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है, जिसके बाद रांची नगर निगम की ओर से अलग-अलग इलाके में जागरूकता अभियान चलाया गया है। निगम की एंफोर्समेंट टीम कुछ दुकानों में छापेमारी कर दुकानदारों पर फाइन भी की है, जिसके बाद दुकानदार अपने पास बचे स्टॉक भी हटाने में लग गए हैं। लगभग 70 फीसदी पॉलीथिन का प्रयोग राजधानी रांची बंद हो चुका है। इसे बेहतर संकेत माना जा रहा है। नगर निगम के साथ-साथ कारोबारी भी आम पब्लिक को पॉलीथिन का प्रयोग नहीं करने का सलाह देते नजर आ रहे हैं। नगर निगम की एंफोर्समेंट टीम अलग-अलग इलाकों में जाकर छापेमारी भी कर रही है। कुछ लोग अवेयर होकर तो कुछ ने फाइन के डर से पॉलीथिन का प्रयोग बंद कर दिया है।
लगातार अभियान से बनेगी बात
नगर निगम की ओर सिंगल यूज पॉलीथिन बैन को लेकर बीते दिनों अभियान चलाया गया है। लेकिन इसे लगातार जारी रखने की जरूरत है। सिटी के प्रमुख मार्केट्स से लेकर, हाट बाजार, फल-सब्जी मंडी, गलियों में अवस्थित छोटी-छोटी दुकानों में भी लोगों को इसकी जानकारी देने की जरूरत है। हालांकि गली-मुहल्लों के दुकानदार भी अपने पास से पॉलीथिन के स्टॉक हटाने में लगे हुए है। 60 फीसदी दुकानदारों ने अपनी दुकान से सिंगल यूज पॉलीथिन से बने उत्पादों और पॉलीथिन के ढेर को हटा दिया है। लेकिन सिर्फ यहां पर आकर रुकने से बात नहीं बनेगी। जब तक शत प्रतिशत सिंगल यूज पॉलीथिन का उपयोग बंद नहीं होगा तब तक सफलता नहीं मिलेगी। इसके लिए जरूरी है, लगातार ड्राइव चलाने और लोगों को अवेयर करने की।
हाथ में नजर आने लगा थैला
बाजारों में पॉलीथिन बैन का असर अब दिखने लगा है। चोरी-छिपे हो रहे पॉलीथिन के इस्तेमाल की बात छोड़ दी जाए तो लगभग हर दुकानदार अपने ग्राहक को थैला में सामान देता नजर आ रहा है। नागा बाबा खटाल सब्जी मार्केट हो या अटल स्मृति वेंडर मार्केट, सभी जगह दुकानदारों ने पॉलीथिन रखना छोड़ दिया है। इधर मोरहाबादी, डिस्टिलरी पुल, मधुकम, लाहकोठी में अब भी चोरी-छिपे पॉलीथिन में दुकानदार सामान बेच रहे हैं। बैन का असर आम लोगों पर भी नजर आ रहा है। अब आम पब्लिक भी अपनी आदत में बदलाव लाते हुए थैला लेकर घर से निकल रहे हैं।
क्या कहते हैं दुकानदार
पॉलीथिन पर प्रतिबंध तो दस साल पहले ही लग जाना चाहिए था। यह काफी जहरीला प्रोडक्ट है। लेकिन विकल्प नहीं होने के कारण विवश होकर हम लोग पॉलीथिन का कारोबार करते हैं।
- दिलीप वर्मा, कारोबारी

क्या कहते हैं आम लोग
पॉलीथिन का प्रयोग करना हम लोगों ने काफी पहले से ही छोड़ दिया है। घर से थैला लेकर निकलते हैं। लेकिन सिर्फ इतना से नहीं होगा। नूडल्स और दूसरे प्रोडक्ट जो पैकेट में आते हैं उन्हें भी बंद करना होगा।
- सौरव कुमार

यह एक अच्छा निर्णय है और हम सब लोगों को इसका समर्थन करना चाहिए। अपनी आदत में बदलाव लाकर हम अपने पर्यावरण की रक्षा कर सकते है। साथ ही आने वाली पीढ़ी को भी एक संदेश दे सकते हैं।
- सुमित मुखर्जी

Posted By: Inextlive