रांची: अनलॉक 1.0 में कई क्षेत्रों में रियायत मिली है. इसके बाद कपड़ा और जूता छोड़कर सभी से

रांची: अनलॉक 1.0 में कई क्षेत्रों में रियायत मिली है। इसके बाद कपड़ा और जूता छोड़कर सभी सेक्टर की दुकानें खुलने लगी हैं। आम पब्लिक भी दुकान खुलने का बेसब्री से इंतजार कर रही थी। खासकर अपने सामानों की रिपेयरिंग कराने के लिए लोग इंतजार कर रहे थे। मोबाइल रिपेयरिंग सेंटर से लेकर एसी, कूलर, गैस, इंडक्शन और बाइक रिपेयरिंग सेंटरों पर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी है। इनका कहना है कि तीन महीने से घर पर सामान खराब पड़े हुए हैं। लॉकडाउन में मैकेनिक नहीं मिलने से इनकी मरम्मत नहीं करा पाए हैं। पंखा खराब पड़ा था, उसे भी बनवाने के लिए लॉकडाउन खुलने का इंतजार करना पडा। गर्मी के मौसम में बिना पंखे के काफी मुश्किल हो गई है। वहीं, कई लोग ऐसे भी थे जो इंडक्शन या गैस चूल्हा बनवाने मैकेनिक के पास पहुंचे थे। मेन रोड, डेली मार्केट, रातू रोड स्थित सभी रिपेयरिंग सेंटरों पर लोगों की भीड़ देखी जा रही है। सबसे ज्यादा बाइक स्कूटी के गैराज में लोगों की भीड़ है। लोगों का कहना है कि तीन महीने से अधिक का समय बीत गया है, लेकिन गाड़ी नहीं बनवा सके हैं। गैराज में गाडि़यों की संख्या ज्यादा होने से लोगों को बाद में आने के लिए कहा जा रहा है।

बाइक रिपेयरिंग सेंटर

तीन महीने बाद खुले मार्केट में बाइक बनाने वालों की भीड़ ज्यादा है। गैराज में बाइक और स्कूटी की लाइन लग गई है। हालत ऐसी है कि लोगों को एक या दो दिन के बाद आने को कहा जा रहा है। कुछ लोगों ने बताया की गाड़ी बनवाने के लिए फरवरी महीने से ही इंतजार कर रहे थे। लेकिन इसी बीच लॉकडाउन लग जाने से मुसीबत बढ़ गई। अब जब लॉकडाउन खुल गया है तो सबसे पहले बाइक रिपेयरिंग ही करा रहे हैं। गाड़ी की सर्विसिंग कराना जरूरी है। इसके अलावा और भी कई पेंडिंग काम हैं, जिसे करना है।

मोबाइल रिपेयरिंग

मोबाइल रिपेयरिंग सेंटर के भी खुलने का लोग बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। लॉकडाउन में खाली समय में इस्तेमाल ज्यादा होने से कई लोगों के मोबाइल फोन बिगड़ गए हैं, जिसे बनवाने की बेचैनी बढ़ी हुई है। आज लाइफ का अहम हिस्सा मोबाइल बन गया है। इसके बगैर एक पल गुजारना भी मुश्किल हो गया है। इसलिए मोबाइल रिपेयरिंग सेंटर और सर्विस सेंटर खुलते ही सबसे पहला काम मोबाइल बनवाने का ही किया है। हालांकि, मोबाइल दुकानदारों का कहना है कि अभी ग्राहकों का आना कम है।

गैस चूल्हा व इंडक्शन

सिर्फ बाइक और मोबाइल ही नहीं, बल्कि गैस चूल्हा और इंडक्शन बनाने के लिए भी लोगों को लॉकडाउन खुलने का इंतजार करना पड़ा है। अब भी कई दुकानदार ऐसे हैं जो या तो दुकान ही नहीं खोल रहे हैं या फिर बहुत कम समय के लिए ही दुकान पर आ रहे हैं। ऐसे में लोगों के घर चूल्हे और इंडक्शन की मरम्मत नहीं हो पा रही है। गैस रिपेयरिंग करने वाले अनिल कुमार ने बताया की लॉकडाउन में पूरा बिजनेस ठप पड़ गया है। अब भी बहुत कम ग्राहक ही आ रहे हैं। पब्लिक ट्रांसपोर्ट शुरू नहीं होने के कारण भी बिजनेस पर असर पड़ रहा है।

पंखा, एसी, कूलर

गर्मी के मौसम में पंखा, एसी, कूलर और फ्रीज बहुत महत्वपूर्ण हैं। इसके बगैर गर्मी के मौसम में जीना मुश्किल है। कई लोगों के घरों के पंखे और कूलर खराब पडे़ थे। दो महीने दुकान बंद होने की वजह से इन सामानों की मरम्मत नहीं हो सकी। अब जब लॉकडाउन खुला है लोग अपने-अपने घरों के पंखे और कूलर भी ठीक करा रहे हैं। फैन रिपेयरिंग करने वाली दुकान पर लोगों की सबसे ज्यादा भीड़ दिख रही है। वहीं, कुछ ऐसे भी लोग हैं जो रिपेयरिंग न कराकर नया पंखा ही खरीद रहे हैं।

Posted By: Inextlive