रांची: बारह दिनों की कड़ी मशक्कत के बाद गुरुवार को रांची पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी। सूफिया परवीन के कातिल शेख बेलाल को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसकी गिरफ्तारी सिकिदरी के कुटे गांव से उस वक्त हुई, जब वह ऑटो से कहीं भागने की कोशिश कर रहा था। पुलिस ने मजबूत घेराबंदी कर उसे दबोचा। इसके साथ ही 3 जनवरी को ओरमांझी से मिली सिरकटी लाश को लेकर जो बवाल मचा था, उसका पुलिस ने पूरी तरह से पटाक्षेप कर दिया। गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने बेलाल से पहले कड़ाई से पूछताछ की। इसके बाद उसे लेकर पुलिस ओरमांझी के उस जंगल में पहुंची, जहां सूफिया को मौत के घाट उतारा गया था। पुलिस ने क्राइम सीन री-क्रिएट किया, जिसके बाद सूफिया के जले हुए कपड़े और उस दाउली को भी बरामद कर लिया गया, जिससे वार कर सूफिया का सिर धड़ से अलग कर दिया गया था।

लगातार बदल रहा था ठिकाना

सिरकटी लाश की शिनाख्त होने के बाद यह तय हो गया था कि सूफिया का कातिल कौन है। इसके बाद ही पुलिस ने बेलाल की तस्वीर जारी कर ईनाम की घोषणा की थी। चार दिन पहले जब राज खुला, तो बेलाल फरार हो गया था। इसके बाद से ही वह लगातार अपना लोकेशन चेंज कर रहा था। अलग-अलग ठिकानों में छिपकर वह रांची और झारखंड की सीमा से कहीं दूर चले जाने की फिराक में था। बेलाल टीवी और अखबार के माध्यम से लगातार पुलिस की एक-एक चाल की खबर रख रहा था। बुधवार की रात वह ओरमांझी थाना क्षेत्र के पांचा गांव में अपने एक दोस्त के घर पर रुका था। गुरुवार को वहां से निकलने के लिए ऑटो से भाग रहा था। इसकी सूचना एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा को मिलने के बाद ही बेलाल को दबोच लिया गया।

एक-एक बिंदू पर सवाल

पुलिस की टीम गुरुवार की दोपहर जब बेलाल को लेकर उसके घर चंदवे पहुंची, तो उससे कई बिंदुओं पर जानकारी मांगी गई। जिस जगह सूफिया की गला घोंटकर हत्या की गई, उस जगह से लेकर जिस खेत में उसके सिर को गाड़ा गया था, वहां तक बेलाल को ले जाया गया। इस दौरान बेलाल ने हर एक जुर्म का इकबाल किया और पूरी घटना की जानकारी दी। सीन रिक्रिएट करवाने में ग्रामीण एसपी नौशाद आलम, डीएसपी मुख्यालय-1 नीरज कुमार, डीएसपी चंद्रशेखर आजाद सहित एसआईटी में शामिल अन्य पुलिसकर्मी और अधिकारी शामिल थे।

Posted By: Inextlive