देश की सर्वोच्च अदालत ने भले ही नेशनल हाइवे एनएच के किनारे स्थित रेस्टोरेंट ढाबा और होटलों में शराब की बिक्री पर रोक लगाने के आदेश दिए हों लेकिन रांची-रामगढ़ एनएच -33 पर इसका खुल्लम खुल्ला उल्लंघन हो रहा है.

Ranchi : इस नेशनल हाइवे पर मधुबन ढाबा से लेकर आरके मोटल तक हर होटल, रेस्टोरेंट व ढाबा में शराब परोसे जा रहे हैं। शराब शौकीनों के लिए ये ढाबे व रेस्टोरेंट मयखाने से किसी मामले में कम नहीं है।

 

परोसने का ढंग बदला

नेशनल हाइवे-33 पर स्थित मधुबन ढाबा आज भी शराब के शौकीनों का फेवरिट डेस्टिनेशन बना हुआ है। एनएच किनारे शराब बेचने व पीने-पिलाने पर रोक के बाद भी यहां आसानी से शराब उपलब्ध कराया जा रहा है। बस इसे परोसने का अंदाज बदल दिया गया है। शराब पीने वालों को ढाबे के अंदर के हॉल में बैठाकर जग से शराब परोसा जा रहा है, ताकि बाहर से देखने वाले लोग समझें कि लोग पानी पी रहे हैें।

 

ग्रुप में बैठे तो शराब देने पर मनाही

अब नेशनल हाइवे पर शराब पिलाने वालों ने कुछ तरीका भी बदल दिया है। अब अगर दस से अधिक लोग एक साथ पीने के लिए बैठते हैं तो उनका शराब नही दिया जाता है। अगर दो से चार लोग है तो उनको आसानी से मिल जाएगी, लेकिन अगर मिन्नत करते हैं तो हल्ला नही करने के शर्त पर दिया जाता है। स्थानीय पुलिस को इसकी जानकारी है, लेकिन वह कोई एक्शन नहीं लेती है।

 

कीमत से डेढ़ गुना ज्यादा चार्ज

हाइवे पर शराब पीने वाले लोग पैसा भी अधिक खर्च करने से गुरेज नही रखते हैं। हाइवे किनारे स्थित होटलों, रेस्टोरेंट व ढाबों में शराब की कीमत से डेढ गुना अधिक कीमत वसूली जा रही है। शराब पीने वालों को भी इसकी जानकारी है, लेकिन वे इसके बाद भी ज्यादा कीमत चुकाने को तैयार रहते हैं। इतना ही नहीं, शहर से लोग हाइवे पर शराब पीने पहुंच रहे हैं।

 

गाड़ी में भी शराब परोसने की सुविधा

हाइवे से अगर गुजर रहे हैं तो आपको ढाबे पर बैठकर पीने की सुविधा उपलब्ध है, लेकिन, आप अगर अपनी गाड़ी में बैठकर पीना चाहते हैं तो वो सुविधा भी उपलब्ध है। ढाबे पर पहुंचने वाले लोगों को पहले ऑफर दिया जाता है कि वे गाड़ी में ही बैठकर पीना चाहते हैं अथवा, ढाबे के अंदर। इसके बाद उसी हिसाब से उन्हें शराब परोसी जाती है।

Posted By: Inextlive