कोरोना मरीजों को नहीं पड़ी वेंटीलेटर की जरूरत
RANCHI: कोरोना ने जब रांची में दस्तक दी तो किसी को यह उम्मीद नहीं थी कि मरीज तेजी से बढ़ेंगे। कोरोना के मरीजों ने रफ्तार पकड़ी और आज सवा तीन सौ के पार पहुंच गए, जिसमें से 140 मरीज ठीक होकर घर लौट गए। लेकिन सबसे अच्छी बात यह रही कि किसी भी मरीज को वेंटीलेटर पर रखने की नौबत ही नहीं आई। वहीं, दवा और प्रॉपर केयर के अलावा अच्छी डाइट से ही उन्होंने कोरोना पर जंग जीत ली। इतना ही नहीं, कोरोना के अधिकतर पॉजिटिव में इसके लक्षण भी देखने को नहीं मिले। इससे यह तो तय है कि झारखंड के लोगों का इम्यूनिटी सिस्टम भी दुरुस्त है। यही वजह है कि 11-50 एज ग्रुप वाले तेजी से रिकवर कर रहे हैं।
बुजुर्गो का रिकवरी रेट बेहतर31 मार्च के बाद से हर उम्र के मरीज मिले। लेकिन कोरोना ने उम्रदराज लोगों को भी चपेट में ले लिया। हालांकि, उनकी संख्या ज्यादा नहीं थी। अबतक 51-70 एज ग्रुप वाले 24 मरीज कोरोना पॉजिटिव मिले। इसमें से 15 ठीक हो चुके हैं। ऐसे में उनका रिकवरी रेट 60 परसेंट हो गया है, जबकि 11-50 एज ग्रुप वालों का रिकवरी रेट 35-40 परसेंट के बीच में है। हालांकि, नए मरीजों के मिलने के बाद यह गैप बड़ा हो गया है। नहीं तो प्रवासी मजदूरों के आने से पहले रिकवरी रेट अच्छी हो रही थी।
एज ग्रुप मरीज स्वस्थ 0-10 11 09 11-30 181 72 31-50 129 42 51-70 24 15 70 से ऊपर 5 3 झारखंड में किसी भी कोरोना मरीज को वेंटीलेटर की जरूरत नहीं पड़ी। यह हमारे लिए राहत की बात है। सभी मरीज तेजी से रिकवर हो रहे हैं। -डॉ नीतिन मदन कुलकर्णी, हेल्थ सेक्रेटरी, झारखंड