पूरी दुनिया में सोशल मीडिया खासतौर पर फ्री मैसेजिंग सुविधा देने वाली एप्‍स रिश्‍तों में नजदीकियां खत्‍म करने की बड़ी वजह बनती जा रही हैं। वैवाहिक मामलों पर शोध करने वाली एक इटैलियन संस्‍था के सर्वे के अनुसार उनके देश में तकरीबन 40 प्रतिशत शादियां इन्‍हीं एप्‍स खासतौर पर व्‍हॉट्सएप के चलते खत्‍म हो रही हें क्‍योंकि इसमें एक पार्टनर ने दूसरे के मैसेज बॉक्‍स में कई एडल्‍टर्स संदेश देखे जिन्‍हें उन्‍होंने धोखे का चिन्‍ह माना। हालाकि भारत में अभी ऐसे आंकड़े उपलब्‍ध नहीं है पर स्‍थिति इससे बहुत अलग नहीं होगी। ऐसे में कुछ सावधानी बरत कर आप अपने रिश्‍ते बचा सकते हैं।


सबसे पहले किसी प्राइवेट डिटेक्टिव की तरह अपने पार्टनर की जासूसी करने की कोशिश बंद कर दें और उनके व्हाट्सएप पर ना झांकें। ये चेक करने की कोशिश ना करें कि मैसेज किसका है, क्योंकि हर मैसेज बेईमानी की कोशिश नहीं होता।

अगर आप चाहते हैं कि आपके मैसेज में दो नीले टिक देख कर आपका पार्टनर परेशान ना हो तो प्राइवेसी सैटिंग्स में जा कर रीड रेसिपेंट आप्शन को बदल दें।
अगर आप नहीं चाहते कि आपका लास्ट सीन का स्टेटस क्या था ये दूसरों को पता चले तो आप प्राइवेसी सैटिंग्स में जा कर इसे भी चेंज कर सकते हैं।
मैसेज देख कर उसके आधार पर ईमानदारी और बेवफायी तय करना मूर्खतापूर्ण है क्योंकि हो सकता है आप संदेश को मिसइंटरप्रेट कर रहे हों या फिर वो वाकई आपके साथी को मैटर ना करता हो। बेहतर है कि ऐसा कुछ करने की जगी अपने दोस्त या पार्टनर से सीधे बात कर लें और चीजें स्पष्ट कर लें।

सबसे बेहतर होगा कि व्हाटसएप या अन्य फ्री मैसेजिंग सर्विसेज का इस्तेमाल दिल की हर बात कहने के लिए ना करें और इनका सीमित प्रयोग करें। निजी बातचीत या महत्वपूर्ण बातें फोन करके या फेस टू फेस ही करें।

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Posted By: Molly Seth