पाकिस्‍तान में मासूम जैनब की दुष्‍कर्म के बाद हत्‍या करने वाले इमरान अली को कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई है। लाहौर स्थि‍त आतंकवाद निरोधक अदालत ने यह फैसला डेढ़ महीने के रिकॉर्ड समय में सुनाया है। आरोपी को पंजाब फरेंसिक साइंस एजेंसी नैशनल डेटाबेस ऐंड रजिस्ट्रेशन अथॉरिटी काउंटर टेररिजम अथॉरिटी और सैन्य एजेंसियों के संयुक्‍त प्रयास से पकड़ा गया था।


1000 सैंपल और 150 डीएनए की जांच के बाद पकड़ा गया था आरोपीपाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, आरोपी को पकड़ने में एजेंसियों को नाकों चने चबाने पड़े थे। जब कोई सुराग हाथ नहीं लगा तो एजेंसियों ने आसपास के सभी मर्दों के सैंपल इकट्ठे करने शुरू किए। 1000 सैंपल और 150 डीएनए की जांच के बाद आरोपी की पहचान हो सकी। आरोपी इमरान अली 7 वर्षीय बच्ची जैनब का ही पड़ोसी था।5 जनवरी को गायब हो गई थी जैनब, 9 जनवरी को मिला था शव


प्राप्त जानकारी के अनुसार, जैनब 5 जनवरी को घर से गायब हो गई थी। उसके माता-पिता सउदी अरब गए थे। यहां वह अपनी एक रिश्तेदार के साथ रह रही थी। उसके लापता होने के चार दिन बाद बच्ची का शव खान रोड के पास कचरे के ढेर में मिला था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह बात सामने आई कि बच्ची के साथ दुष्कर्म भी किया गया है।बच्ची की हत्या के विरोध में पूरे पाकिस्तान में हुए जबरदसत प्रदर्शन

दुष्कर्म के बाद बच्ची की हत्या की इस घटना ने पूरे पाकिस्तान को झकझोर कर रख दिया। लोग सड़कों पर उतर आए। वे सरकार और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जबरदस्त प्रदर्शन करने लगे। एक टीवी एंकर ने विरोध स्वरूप अपनी बच्ची को गोद में लेकर खबर पढ़ी थी। बच्चों के साथ बढ़ती दरिंदगी को लेकर विरोध प्रदर्शनों के साथ-साथ दुनियाभर में चर्चा ने भी इस ओर अपना ध्यान खींचा था।

Posted By: Satyendra Kumar Singh