- मेयर और नगर आयुक्त समेत अन्य अधिकारियों ने किया तीनों पार्क का स्थलीय निरीक्षण

- पूर्व मेयर के आदेश को नकारकर नए सिरे से अक्षर विहार में कब्जे की जांच के दिए आदेश

BAREILLY:

अक्षर विहार लेक पर हो रहे कब्जे की फाइल पर जमी धूल को साफ करो और फिर से हो रहे निर्माण कार्य और पार्क की जमीन का रकबा पता करो। पूर्व मेयर ने क्या किया इससे कोई मतलब नहीं है नए सिरे से जांच होगी। दोषी पाए जाने पर अधिकारी हों या अवैध कब्जा कर रहे लोग सभी पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह आदेश वेडनसडे को मेयर डॉ। उमेश गौतम ने दिए। शहर के पार्को के रेनोवेशन की हकीकत परखने वेडनसडे को मेयर और नगर आयुक्त नेपार्क पहुंचकर औचक निरीक्षण किया। गांधी उद्यान, सीआई पार्क और अक्षर विहार पार्क का निरीक्षण कर तेजी से निर्माण कार्य पूरा करने के निर्देश दिए।

काम करते नहीं मिले वर्कर्स

मेयर, नगर आयुक्त टीम के साथ गांधी उद्यान पहुंचे। जहां काम बंद मिला। उन्होंने निर्माणाधीन कैंटीन का नक्शा देखा। सड़क की ओर गेट खोलने के प्रस्ताव पर नाराजगी जताते हुए तत्काल निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता को गेट नहीं खोलने और बाउंड्री को और ऊंचा करने के निर्देश दिए। प्रस्तावित दो बैडमिंटन कोर्ट स्थल का निरीक्षण किया। हाल ही में लगी टाइल्स के उखड़ने पर ठेकेदार से स्पष्टीकरण मांगा। निर्माणाधीन कम्युनिटी टॉयलेट पर काम बंद होने पर नाराजगी जताई। पाथ वे पर गोबर होने पर नगर आयुक्त ने मुख्य माली संतराम को तलब किया। हालांकि, हिदायत देकर छोड़ दिया। बता दें कि गांधी उद्यान में सभी निर्माण कार्यो के लिए 1.21 करोड़ रुपए का टेंडर हुए 6 माह से ज्यादा गुजर चुका है, लेकिन निर्माण अभी 10 परसेंट भी नहीं हुआ है।

बहाना नहीं काम करके दिखाओ

फिर अक्षर विहार पार्क का निरीक्षण करने पहुंचे। लेक में भैंसों को नहाते और मैदान में चरते देख मेयर ने मौजूद चरवाहों से भैंसे निकालवाई। नाराजगी जताते हुए नगर आयुक्त को कभी भी भैंसों के अक्षर विहार आने की सूचना पर तत्काल 1 लाख रुपए तक का जुर्माना संबंधित डेयरी संचालक लालू यादव पर लगाने को कहा। इसके बाद लेक के कैंट की ओर चल रहे निर्माण कार्य पर आपत्ति जताई। इंजीनियर से नक्शा मांगा और अक्षर विहार की पूरी जमीन की दोबारा जांच कराने के आदेश दिए। साथ ही, जांच में लापरवाही या कोई अभिलेख में खेल करने पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी भी दी है। पूर्व मेयर के ओके के निर्देश को दरकिनार कर नए सिरे से पड़ताल को कहा। ठेकेदार को 4 माह तक कार्य बंद रखने पर अल्टीमेटम दिया है।

काम अभी शुरू ही नहीं हुआ

प्रेमनगर थाना के ठीक सामने सीआई पार्क में निर्माण सामग्री तो पहुंच चुकी है पर निर्माण शुरू नहीं हुआ है। उन्होंने पूरे पार्क का निरीक्षण करने के बाद निर्माण कार्य तेजी से पूरा करने के आदेश दिए। बता दें कि तीनों पार्क में अमृत योजना के तहत निर्माण कार्य चल रहा है। गांधी उद्यान में ज्यादातर कार्य पूरा हो चुका है लेकिन अक्षर विहार और सीआई पार्क में 10 परसेंट भी कार्य नहीं हुआ है। करीब डेढ़ वर्ष पहले बजट और नक्शा पास हो चुका है। फिर भी निर्माण आधे से भी कम होने पर मेयर ने अधिकारी, आर्किटेक्ट और ठेकेदार समेत सभी को कटघरे में खड़ा कर तेजी से पेंडिंग कार्य निपटाकर कार्य पूरा करने को कहा है।

यह होने हैं काम

- आउटडोर जिम

- फूड कोर्ट

- स्प्रिंकलर सिस्टम

- चिल्ड्रंस प्ले एरिया

- गजेबो, लैंप पोस्ट

- सेग्रेटेड गार्बेज बीन्स

- पाथवे, जॉगिंग ट्रेक

- पब्लिक कंवीनिएंस

- बेंच और लाइट्स

- डस्टबिन और टॉयलेट

पार्को का निरीक्षण किया और हर हाल में तय समय सीमा पर निर्माण कार्य पूरा करने के आदेश दिए हैं। अगर निर्देशानुसार कार्य पूरे नहीं किए गए तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। किसी तरह की लापरवाही या सिफारिश सुनी नहीं की जाएगी।

डॉ। उमेश गौतम, मेयर

निर्माण कार्यो का बजट जारी कर दिया गया है। कोर्ट में मामला होने की वजह से काम कुछ समय के लिए बंद रहा। जिसकी वजह से निर्माण कार्य पूरा करने की डेट बढ़ाई गई है। अक्षर विहार पर कब्जे की फिर से जांच की जाएगी।

राजेश कुमार श्रीवास्तव, नगर आयुक्त

करीब डेढ़ वर्ष पहले ही नक्शा डीपीआर के साथ संलग्न कर दे चुका हूं। बाद में चेंजेज हुए जो अभी अपडेट नहीं हो सका है। अभी जो नक्शा प्रोवॉइड है उससे 50 परसेंट तक निर्माण कार्य किया जा सकता है। मुझ पर दोषारोपण किया जा रहा है।

अनुपम सक्सेना, आर्किटेक्ट

सभी काम चल रहे हैं। निरीक्षण के लिए जब अधिकारी पहुंचे तब लेबर लंच पर गए थे। पहले मानसून सत्र और फिर कोर्ट में प्रकरण होने से कार्य बंद रहा। निरीक्षण के दौरान मेयर और नगर आयुक्त ने जो आदेश दिए हैं उसे पूरा किया जाएगा।

गौरव चौहान, कांट्रैक्टर

Posted By: Inextlive