नौ साल से रखे रखे सड़ा दी लोकेटर मशीन, अब भटक रहे अधिकारी
-आरएपीडीआरपी योजना के तहत 90 लाख की लागत से मंगाई गई थी मशीन
-शहर में बिछाई गई केबिल में आए दिन आ रही फाल्ट की शिकायतGORAKHPUR: शहर में बेहतर बिजली सप्लाई के नाम पर करोड़ों रुपए खर्च किए जा चुके हैं इसके बावजूद बिजली तंत्र बार-बार फेल हो जाता है। अंडरग्राउंड केबिल फाल्ट की तलाश के लिए 2011 में आरएपीडीआरपी प्लान के तहत पूर्वाचल विद्युत निगम ने 90 लाख की लागत से लोकेटर मशीन की खरीदारी की। इस मशीन की मदद से बड़ा से बड़ा फाल्ट दो मिनट में खोजा सकता है। लेकिन नौ साल तक लोकेटर मशीन का यूज ही नहीं हुआ और रखे-रखे खराब हो गई। जिसे डिपार्टमेंट की लापरवाही से आज तक ठीक नहीं कराया जा सका। हालत यह है कि इस समय शहर के इलाकों में आए दिन अंडरग्राउंड केबिल फाल्ट होने की शिकायत मिल रही है। जिसे खोजने में अफसरों और कर्मचारियों की हालत खराब हो जा रही है।
फाल्ट ने बढ़ा दी परेशानीअंडरग्राउंड केबिल में फाल्ट होने पर पूरे इलाके की बिजली सप्लाई बंद हो जा रही है, जिससे पब्लिक परेशानी हो रही है। फाल्ट दुरुस्त करने के लिए पूरी लाइन को फिर खोदना पड़ रहा है। इसके चलते सड़कें खराब हो रही हैं। सूत्रों की मानें तो मशीन की मरम्मत में करीब 16 हजार रुपए खर्च होने थे, लेकिन बिजली निगम की लापरवाही की वजह से वह पूरी तरह से खराब हो गई है। वहीं, बिजली निगम के अफसरों का कहना है कि मशीन रिपेयरिंग के बाद काम करने लगेगी।
बिछाई गई है अंडरग्राउंड केबिल शहर के गोलघर, बक्शीपुर और गोरखनाथ इलाके में अंडरग्राउंड केबिल बिछाई गई है। वहीं शहर के चारों खंडों के उपकेंद्रों तक अंडरग्राउंड केबिल डाली गई है। यहां मशीन न होने की वजह से फाल्ट ढूंढ पाना मुश्किल होता है। कैसे काम करता है फाल्ट लोकेटर मशीन फाल्ट लोकेटर मशीन इलेक्ट्रोमैगनेटिक डिवाइस तकनीक पर काम करती है। इस मशीन को मैकेनिक अंडरग्राउंड लाइन के किनारे लेकर चलेगा। इलेक्ट्रोमैगनेटिक डिवाइस लगी मशीन का संपर्क सीधा एयरफोन से होगा। अंडरग्राउंड केबिल में जहां फाल्ट होगा वहां केबिल के अंदर की स्पार्किंग की आवाज को डिडेक्ट कर एयरफोन तक पहुंचाएगी। मैकेनिक उसी स्थान पर फाल्ट पकड़कर मरम्मत कर देगा। चैयरमैन के सामने उठा मामलाशहर को 24 घंटे सप्लाई न मिलने और आए दिन आ रहे फाल्ट को लेकर चैयरमेन आलोक कुमार ने नाराजगी जताई थी। साथ ही उनके सामने फाल्ट लोकेटर मशीन पर भी चर्चा की गई। इस पर उन्होंने मशीन की स्थिति के बारे में पूछा तो बताया गया कि वह खराब है। रिपेयरिंग के लिए भेजा गया है। उन्होंने तत्काल लोकेटर मशीन को ठीक कराने का निर्देश दिया।
वर्जन फाल्ट लोकेटर मशीन को रिपेयरिंग के लिए कंपनी में भेजा गया है। जल्द ही बन कर आ जाएगा। यूसी वर्मा, एसई शहर