महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को विधान परिषद सदस्य मनोनीत करने के संबंध में सोमवार को प्रस्ताव पारित किया गया है। एक महीने में यह दूसरा प्रस्ताव है।

मुंबई (महाराष्ट्र) (एएनआई)। कोरोना संकट के बीच एक बार फिर महाराष्ट्र मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को राज्य विधान परिषद के लिए नामित करने की मांग फिर उठ गई है। इस संबंध में महाराष्ट्र मंत्रिमंडल ने सोमवार को एक बार फिर राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को राज्य विधान परिषद के लिए नामित करने के लिए कहा है। आधिकारिक तौर पर जारी विज्ञप्ति के अनुसार, उपमुख्यमंत्री अजीत पवार की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल द्वारा भेजी गई यह दूसरी सिफारिश है।इससे पहले 9 अप्रैल को, राज्य मंत्रिमंडल ने संवैधानिक संकट से बचने के लिए कोशीरी द्वारा विधान परिषद के लिए रिक्त होने वाली दो खाली एमएलसी सीटों में से एक के लिए ठाकरे के नाम की सिफारिश की थी।

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी

उद्धव ठाकरे ने पिछले साल 28 नवंबर को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। वह वर्तमान में विधान सभा या विधान परिषद में से किसी सदन का सदस्य नहीं है। संविधान के अनुसार, अपने पद को जारी रखने के लिए ठाकरे को छह महीने के भीतर या तो विधानसभा या परिषद के लिए चुना जाना चाहिए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कोरोना महामारी के बीच एमएलसी का चुनाव टाल दिया गया है।

Posted By: Shweta Mishra