बसपा ने यूपी में होने वाले जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव को न लड़ने का निर्णय लिया है। पार्टी के लोगों को निर्देश दिया है कि वे इस चुनाव में अपना समय और ताकत लगाने की बजाय पार्टी के संगठन को मजबूत बनाने और सर्व समाज में पार्टी के जनाधार को बढ़ाने में लगाएं।


लखनऊ (पीटीआई)। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने सोमवार को कहा कि उनकी पार्टी ने जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है। वह अगले साल उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले संगठन को मजबूत करने के लिए अपनी ऊर्जा का इस्तेमाल करना चाहती हैं। बसपा अध्यक्ष ने जोर देकर कहा कि राज्य के लोग चाहते हैं कि उनकी पार्टी अगली सरकार बनाए। इसलिए हमें उत्तर प्रदेश को बचाने और सभी को बचाने और बसपा को सत्ता में वापस लाने की जरूरत है। मायावती ने यह भी कहा कि वह उत्तर प्रदेश को बचाना है, बचाना है, सर्वजन को बचाना है, बचाना है, बसपा को सत्ता में लाना है, जरूर लाना है के नारे के साथ चुनाव लड़ेंगी।बसपा ने इसलिए चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया


मायावती ने कहा कि जिला परिषद अध्यक्ष का चुनाव लड़ने के बजाय उनकी पार्टी ने पार्टी संगठन को मजबूत करने और आधार के विस्तार पर ध्यान केंद्रित करने का फैसला किया है। राज्य में जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव 3 जुलाई को होगा। एक बार जब बसपा राज्य में अपनी सरकार बना लेती है, तो अधिकांश जिला पंचायत अध्यक्ष खुद बसपा में शामिल हो जाएंगे क्योंकि वे सत्ता के बिना काम नहीं कर सकते। हमने इस तथ्य को ध्यान में रखा है और इसलिए चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है। कभी भी कोई धोखाधड़ी या गलत काम नहीं हुआचुनावों में राज्य मशीनरी के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा उसी रणनीति का उपयोग कर रही है जो पहले की समाजवादी पार्टी सरकार द्वारा इस्तेमाल की गई थी। पूर्व मुख्यमंत्री ने दावा किया कि बसपा सरकार के दौरान बड़े या छोटे चुनावों में कभी भी कोई धोखाधड़ी या गलत काम नहीं हुआ, ताकि लोगों का लोकतंत्र में विश्वास बना रहे। बसपा प्रमुख ने स्पष्ट किया कि अगर ये चुनाव निष्पक्ष होते तो पार्टी लड़ती और कई जगहों पर बसपा के उम्मीदवार जरूर विजयी साबित होते। विपक्षी दलों की रणनीति से सावधान रहने को कहा

मायावती ने विश्वास जताया कि उनकी पार्टी राज्य में अगली सरकार बनाएगी और कार्यकर्ताओं और नेताओं को विपक्षी दलों की हर रणनीति से सावधान रहने को कहा। उन्होंने जोर देकर कहा, विपक्षी दल एक सुनियोजित साजिश के तहत काम कर रहे हैं, खासकर मीडिया के माध्यम से अफवाहें फैलाने के लिए कि बसपा चुनावी तैयारियों के लिए उतनी सक्रिय नहीं दिखती है, ताकि हमारे कार्यकर्ता निराश हो जाएं। कोरोना की लहर थम गई, वह लखनऊ में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ नियमित बैठकें कर रही हैं।

Posted By: Shweta Mishra