बजट सत्र के अंतिम दिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधायकों को कई सौगातें दी। उन्होंने विधायक निधि को डेढ़ करोड़ से बढ़कार दो करोड़ रुपए करने का सदन में ऐलान किया साथ ही विधायक निधि पर लगने वाले 12 फीसद जीएसटी को भी समाप्त कर दिया। हर विधायक को सौ-सौ हैंडपंप भी दिये गये हैं। वहीं शहरी इलाकों के विधायक दो हैंडपंप के स्थान पर एक सबमर्सिबल लगवा सकते हैं। योगी ने विधानसभा सचिवालय कर्मचारियों के भत्ते को भी साढ़े आठ हजार से बढ़कार साढ़े नौ हजार रुपया करने की घोषणा की।


सस्ती दरों पर फ्लैट या जमीन दी जाएभाजपा के लखनऊ पश्चिम से विधायक सुरेश श्रीवास्तव ने विधायकों के लिये सस्ते दर पर नोएडा, गाजियाबाद या गोमतीनगर में फ्लैट या भूमि की मांग की। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अपनी सुविधा की मांग खुद नहीं करनी चाहिये, इससे लोगों को उंगली उठाने का मौका मिलता है। हम इस पर विचार करेंगे कि नियमों के मुताबिक क्या किया जा सकता है। उन्होंने विधायक निधि को खत्म करने के सुझाव का स्वागत करते हुए कहा कि सरकार इस पर गंभीरता से विचार करेगी कि निधि के बजाए विधायकों के कार्य को कराया जाये। पत्थर पर क्षेत्र के सांसद और विधायक का नाम
इसके लिये एक नोडल एजेंसी होनी चाहिये जो विधायकों के प्रस्ताव पर उनके क्षेत्र का कार्य समय से संपन्न कराये। मुख्यमंत्री ने विपक्ष की शिकायत पर ऐलान किया कि उद्घाटन और शिलान्यास के पत्थर पर क्षेत्र के सांसद और विधायक का भी नाम होगा। जिले में आयोजित कार्यक्रमों में मुख्य अतिथि के साथ वहां के सांसद और विधायक को भी अतिथि बनाया जाए।

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Posted By: Shweta Mishra