एक मौत के बाद चेते नगर निगम के अफसर
- दो हजार बंदर पकड़ने के लिए मांगी अनुमति
- नगर आयुक्त ने रुहेलखंड जोन के मुख्य वन संरक्षक को लिखा पत्रबरेली: शहरों में बंदरों का आतंक जानलेवा हो गया है. पिछले दिनों शाहबाद निवासी नगर निगम कर्मी की मौत बंदरों के हमले के कारण हुई. इसके बाद नगर निगम के अफसर चेते हैं. उन्होंने मुख्य वन संरक्षक को पत्र लिखकर बंदर पकड़ने की अनुमति मांगी है. नगर आयुक्त ने रुहेलखंड जोन के मुख्य जोन संरक्षक को पत्र लिखा है. पत्र में उन्होंने शहर से दो हजार बंदर पकड़ने की मांग की है. शहर में बंदरों का आतंक काफी बढ़ गया है. शहर की जनता लगातार इन्हें पकड़ने की मांग कर रही है. पहले भी वन विभाग के सहयोग से शहर में बंदर पकड़े गए हैं, जिन्हें शाहजहांपुर और पीलीभीत के जंगलों में छोड़ा गया था. यह जानकारी भी उन्हाेंने पत्र में दी है. इसके साथ ही जनहित में बंदर पकड़ने की अनुमति जल्द देने की मांग की है, जिससे शहर के लोगों को बंदरों के आतंक से राहत दिलाई जा सके.
यहां है बंदरों का आतंकशहर के पुराने मुहल्लों बिहारीपुर, आलमगिरीगंज, कालीबाड़ी, सिकलापुर, मलूकपुर, बमनपुरी, सुभाष नगर, मढ़ीनाथ, भूड़, कानून गोयान, बिहारीपुर, सिविल लाइंस, किला, साहूकारा, शाहबाद, बानखाना, गढ़ैया आदि में बंदर जमकर उत्पात मचाते हैं. रामपुर गार्डन, राजेंद्र नगर, आवास विकास, जनकपुरी आदि पॉश कॉलोनियों में अब बंदरों का आतंक बढ़ा है. इसके साथ ही जिला अस्पताल, जिला महिला अस्पताल, जंक्शन, सिटी स्टेशन, पुराना रोडवेज, नगर निगम आदि कार्यालयों में भी बंदर जमकर उत्पात मचाते हैं.