-न्यायिक मजिस्ट्रेट फ‌र्स्ट की कोर्ट में किया सरेंडर, कोर्ट ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा जेल

-जेल प्रशासन और समर्थकों के बीच जेल में इंट्री के दौरान नोंकझोक

यूपी कॉलेज की पूर्व छात्रा से रेप के केस में फरार चल रहे घोसी सांसद अतुल राय ने शनिवार को कोर्ट में सरेंडर कर दिया। न्यायिक मजिस्ट्रेट फ‌र्स्ट आशुतोष तिवारी ने सांसद को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। जिला जेल में इंट्री के दौरान जेल प्रशासन और अतुल राय समर्थकों के बीच नोंकझोक हुई। दरअसल, प्रोटोकॉल का हवाला देते हुए सांसद ने छोटे गेट से इंट्री लेने से मना कर दिया और जेल प्रशासन से बड़ा गेट खुलवाने की मांग पर अड़े रहे। कुछ देर तक माहौल तल्ख रहा। हालांकि जेल प्रशासन ने छोटे गेट से ही सांसद को इंट्री दिया।

जिला पंचायत कार्यालय की ओर से इंट्री

मऊ के घोषी सांसद अतुल राय अपने समर्थकों के साथ एसबीआई मेन ब्रांच की ओर से होते हुए ब्लैक कलर की एंडेवर गाड़ी से जिला पंचायत गेट के पास रूके। यहां से अपने अधिवक्ता अनुज यादव के साथ कोर्ट की ओर बढे़, पीछे समर्थकों की भीड़ उमड़ी हुई थी। कोर्ट से लेकर जेल जाने तक सांसद के चेहरे पर कोई शिकन नहीं थी, हालांकि करीबी मायूस जरूर नजर आये।

दूसरी अर्जी पर किया समर्पण

सांसद अतुल राय ने एडवोकेट अनुज यादव के जरिये सरेंडर को कोर्ट में 18 जून को अर्जी दी थी, जिसकी सुनवाई 22 जून को मुकर्रर थी। इससे पूर्व 17 मई को कोर्ट में सांसद के सरेंडर करने की अर्जी दी गई थी। लंका थाने से 28 मई को आख्या (रिपोर्ट) आयी तो अग्रिम सुनवाई को न्यायिक मजिस्ट्रेट (प्रथम) ने समर्पण के लिए दो अवसर दिये लेकिन हाजिर नहीं हुए। चार जून को प्रार्थना पत्र को यह कहकर खारिज कर दिया गया कि अनावश्यक देर से न्याय की मूलभावना प्रभावित हो रही है। बचाव पक्ष ने आरोपित सांसद के दुर्घटना में जख्मी होने की दलील दी लेकिन चिकित्सीय प्रमाण पत्र प्रस्तुत नहीं करने पर समर्पण प्रार्थना पत्र खारिज कर दिया गया। कोर्ट ने लंका पुलिस को पूर्व में जारी कार्रवाई को अमल में लाने का आदेश दिया।

डाली जमानत की अर्जी

आरोपित के अधिवक्ता ने न्यायिक मजिस्ट्रेट फ‌र्स्ट की अदालत में जमानत को अर्जी दी है। हालांकि, उस पर फैसला सुरक्षित है। वहीं, न्यायिक हिरासत में जाने से पूर्व सांसद अतुल राय ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी पोस्ट किया है। उसमें उन्होंने अपने को बेगुनाह करार देते हुए न्यायपालिका पर भरोसा जताया है। पुलिसिया ज्यादती पर बोले, डेढ़ वर्ष पुराने मामले में केस दर्ज करने के 12 घंटे बाद वारंट लेकर गिरफ्तारी को दबिश दी जाने लगी है, जबकि मुख्यमंत्री एवं उनके एक मंत्री पर ऐसे आरोप लग चुके हैं। विपक्ष का नेता होने के कारण मेरे साथ ज्यादती की जा रही है। उम्मीद जताई कि सीएम उनके साथ भी दूसरों की तरह ही व्यवहार करेंगे।

यह है पूरा मामला?

लोकसभा चुनाव के दौरान एक मई को बलिया निवासी एक युवती ने सांसद अतुल राय के खिलाफ लंका थाना में रेप का मुकदमा दर्ज कराया था। सोशल मीडिया पर भी युवती ने अपने साथ हुई ज्यादती शेयर की थी। यूपी कॉलेज में पढ़ाई के दौरान छात्रा अतुल राय के सम्पर्क में आई थी।

Posted By: Inextlive