-सट्टा लगवाने वाले को बदमाशों ने गोलियों से भूना, सीने और पेट दी उतार दीं आधा दर्जन गोलियां

-भैरोनाथ मंदिर से थोड़ी दूरी पर दिया घटना को अंजाम, गोली मारने के बाद फरार हुए हमलावर

VARANASI : सट्टेबाजी का खेल रविवार को खूनी हो गया। सट्टा लगवाने वाले मोहन चंद्र जायसवाल को बदमाशों ने सरेशाम कोतवाली स्थित भैरोनाथ मंदिर से थोड़ी दूर पर बदमाशों ने उसे घेर लिया। आधा दर्जन गोलियां उसके शरीर में उतार दी। गोलियों के तड़तड़ाहट सुनकर पिकेट के सिपाही मौके पर पहुंचे लेकिन बदमाशों के हाथ में असलहा देखकर उन्हें पकड़ने की हिम्मत नहीं जुटा पाए। बदमाश गोलघर होते भाग निकले। पुलिस मामले को लेन-देन के विवाद से जोड़कर देख रही है। मौके पर खोखे मिले हैं।

साड़ी की आड़ में सट्टेबाजी

औसानगंज निवासी मोहनचंद्र (फ्भ् वर्ष) गोलघर स्थित साड़ी की गद्दी पर काम करता था। यहीं से सट्टेबाजी का खेल भी होता था। वह आसपास के बड़े एरिया के लोगों के रुपये क्रिकेट मैच पर सट्टे में लगाता था। चर्चा है कि उसके ऊपर ईनामी बदमाश विश्वास नेपाली का हाथ था। सट्टे की रकम उस तक पहुंचती थी। उसका नाम जुड़ा होने के कारण मोहन को रुपये के लेन-देन में किसी तरह की दिक्कत नहीं होती थी।

भीड़ भरी गली में मारी गोली

आईपीएल मैच में सट्टेबाजी के लिए मोहन शाम को गोलघर इलाके में पहुंचा था। शाम साढ़े सात बजे तीन युवक एक बाइक से पहुंचे। उसे बुलाकर दुकान से थोड़ी दूर पर ले गए। उनके बीच कुछ बातचीत हो रही थी कि तभी आसपास के लोगों ने गोलियों की आवाज सुनी। देखा तो तीनों बदमाश मोहन को घेरकर गोलियां बरसा रहे थे। आधा दर्जन गोलियां सीने से लेकर पेट तक में उतार दीं। क्षेत्र में भगदड़ मच गयी। संडे की वजह से भैरोनाथ मंदिर में दर्शन करने वाले गली से गुजर रहे थे लेकिन वह भाग निकले। खुली दुकानें बंद हो गयीं।

बिगड़ गया था मामला

भैरोनाथ चौराहे पर तैनात पिकेट के सिपाही मौके पर पहुंच लेकिन बदमाशों के हाथ में असलहा देखकर खिसक लिए। बदमाश आसानी से बाइक पर सवार होकर भाग निकले। थोड़ी देर बाद आसपास के लोगों की मदद से मोहन को कबीरचौरा स्थित मंडलीय हॉस्पिटल पहुंचाया। वहां डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया। चर्चा है कि इन दिनों विश्वास नेपाली से उसकी कुछ खटपट हो गयी थी। मोहन सट्टे में लम्बी रकम लगवा रहा था लेकिन वह रुपये नेपाली तक नहीं पहुंच रहे थे। इसे लेकर उनकी नजर मोहन पर टेढ़ी हो गयी थी। मोहन के पास कुछ और लोगों के रुपये थे जिन्हें वह दे नहीं रहा था। इसे लेकर कई बार किचकिच भी हो चुकी थी।

Posted By: Inextlive