बिहार के नालंदा में आवासीय विद्यालय में पढ़ने वाले दो छात्रों की मौत के मामले में एक नया मोड़ आता दिख रहा है। छात्रों की पोस्‍टमार्टम रिपोर्ट में पता चला है कि बच्‍चों की मौत प्रिंसिपल के पिटाई से नहीं पानी में डूबने से हुई है। लेकिन बच्‍चों की मौत से भड़के परिजनों ने इसके लिए प्रिंसिपल को जिम्‍मेदार मानते हुए मौत के घाट उतार दिया है।


पोस्टमार्टम रिपोर्ट से बदला मामलानालंदा के नीरपुर गांव में स्िथत डीपीएस आवासीय विद्यालय में पढ़ने वाले 12 साल के राहुल और 9 साल के सागर की रहस्यमय परिस्थितियों में मौत होने के बाद भड़के परिजनों ने स्कूल प्रिंसिपल की हत्या कर दी है। परिजनों का आरोप था कि बच्चे प्रिंसिपल के अवैध संबंधों के बारे में जानते थे। इसलिए प्रिंसिपल ने पीट-पीटकर बच्चों की हत्या कर दी है। लेकिन बच्चों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में एक नई बात सामने आई है। रिपोर्ट कहती है कि दोनों बच्चों की मौत पानी में डूबने से हुई है। छोटे बच्चे सागर की आंख में हल्की सी चोट का निशान है जिसे पानी में किसी चीज से टकराने से जोड़कर देखा जा रहा है। लेकिन परिजनों ने प्रिंसिपल पर बच्चों की हत्या का इल्जाम लगाते हुए मौत के घाट उतार दिया।दो दिन से गायब थे बच्चे
राजगीर थानाक्षेत्र के नरगांव में रहने वाले रवि कुमार और सागर कुमार के शव स्कूल से 50 मीटर दूर तालाब में मिले हैं। स्कूल के प्रिंसिपल का कहना था कि यह दोनों रविवार को दोपहर में स्कूल से बाहर चले गए थे। बच्चों के रहस्यमय तरीके से गायब होने के बाद परिजनों ने प्रिंसिपल पर बच्चों को मारने का आरोप लगाकर स्कूल पर धावा बोल दिया। स्कूल वैन को जलाने के बाद दो कक्षाओं को आग लगा दी गई। इसके बाद भी परिजनों का मन नहीं भरा और उन्होंने प्रिसिपल पर पथराव कर दिया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभालने की कोशिश की लेकिन परिजनों ने पुलिस जवानों पर भी पत्थरबाजी की।

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Posted By: Prabha Punj Mishra