अमेरिकन स्‍पेस एजेंसी नासा द्वारा मंगल ग्रह पर भेजा गया रोबोट यानि Curiosity rover अब लाल ग्रह पर एकदम नए तरीके से खुदाई करेगा। नासा ने बताया है कि लाल ग्रह की लेक ऑर्केडी नामक जगह पर एक सेंटीमीटर गहरी खुदाई करके यह नया तरीका खोजा गया है। आगे से यह रोवर इसी तरीके से मंगल पर अपना डिगिंग मिशन जारी रखेगा।

NASA के क्यूरियोसिटी रोवर ने दो साल बाद फिर से शुरु किया अपना मिशन

बता दें कि नासा द्वारा साल 2012 में मंगल ग्रह पर पहुंचाया गया रोबोट यानि Curiosity rover कई सालों तक इस लाल ग्रह पर मिट्टी और चट्टानों के नमूने लेता रहा, लेकिन 2016 में इस रोवर की एक मोटर खराब हो जाने से इसका डिगिंग मिशन रुक गया था। जो दो साल बाद एक बार फिर से शुरु हो गया है। मार्स मिशन के दौरान ग्रह पर खुदाई करने के लिए इस रोवर में उंगुलीनुमा दो स्टेबलाइजर के साथ एक मोटर लगी थी। इसकी मदद से रोवर पत्थर के ऊपर खुद को स्थिर कर सकता है, लेकिन मोटर में आई खराबी से यह ठीक से काम नहीं कर रहा था। काफी दिनों तक चले वैज्ञानिकों के अहम प्रयासों के बाद इंजीनियरों ने इस रोवर में आई खराबी को सुधार लिया है। इंजीनियर्स ने अब रोवर को खुदाई के लिए एक नया तरीका बताया है, जिसमें वो अब स्टेबलाइजर के बिना भी खोदाई कर सकता है। सभी टेस्ट में पास होने के बाद वैज्ञानिक नमूने इकट्ठा कर रोवर के अंदर जमा करने की तकनीक को विकसित करने पर भी काम कर रहे हैं।


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घर की ड्रिलिंग मशीन की ही तरह काम करता है नासा का रोवर

आइएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक नासा के इस रोवर ने इससे पहले मंगल की सतह के 15 नमूने लिए थे, लेकिन मशीन में आई खराबी के कारण रोवर का डिगिंग प्रोजेक्ट रुक गया था। नासा की Jet Propulsion Laboratory के स्टीवन ली ने कहा, क्यूरियोसिटी रोवर वैसे ही काम करता है, जिस तरह घर की दीवारों में छेद किया जाता है। इसमें लगा सेंसर टारगेट एरिया का माप लेता है और रोवर अपनी दोनों मशीन आर्म्स से उसकी खुदाई करता है। वैसे इस रोवर को झटके से बचाने के लिए इसमें एक सेंसर भी लगाया गया था, जो रोवर को स्पर्श का अनुभव कराने के साथ ही अपने टारगेट से भटकने से भी रोकता है। रोवर में विकसित किए गए खुदाई के नए तरीके को लेकर वैज्ञानिकों का कहना है कि यह परीक्षण केवल तकनीक को जांचने के लिए किया गया है। अगले कुछ परीक्षणों के बाद ही पता लगाया जा पाएगा कि इससे मंगल ग्रह पर जमीन के नमूने इकट्ठे किए जा सकेंगे या नहीं।

 

 

 

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Posted By: Chandramohan Mishra