राष्ट्रीय शिक्षा नीति को मंजूरी मिलने के बाद अब सरकार शिक्षकों की शिक्षा के लिए अथक प्रयास कर रही है। इसके तहत देश में शिक्षक शिक्षा के लिए एक नया राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा तैयार की जानी है। इसका ऐलान केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने किया है।


नई दिल्ली (एएनआई)। राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) देश में इन दिनों चर्चा में छाई है। इस संबंध में केंद्रीय शिक्षा मंत्री, रमेश पोखरियाल निशंक ने बुधवार को कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत देश में शिक्षक शिक्षा के लिए एक नया राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा (एनसीएफटीई) तैयार की जाएगी। शिक्षा मंत्रालय के अनुसार नई और व्यापक एनसीएफटीई राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) के परामर्श से राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) द्वारा बनाई जाएगी। इससे पहले केंद्रीय शिक्षा मंत्री निशंक ने कहा था कि सरकार राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के कार्यान्वयन के लिए कई पहल और कार्य कर रही है।विस्तृत परामर्श के बाद एनईपी 2020 को अंतिम रूप दिया गया


राज्य / संघ राज्य क्षेत्र सरकारों सहित सभी हितधारकों के साथ विस्तृत परामर्श प्रक्रिया के बाद एनईपी 2020 को अंतिम रूप दिया गया है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार, नीति के कार्यान्वयन के लिए कई पहल और कार्रवाइयों की आवश्यकता है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री पाेखरियाल ने लोकसभा में एक लिखित जवाब में कहा, इसे कई निकायों द्वारा एक समन्वित और व्यवस्थित तरीके से लिया जाना होगा। मंत्रालय ने सभी राज्यों / केंद्रशासित प्रदेशों को पत्र में एनईपी 2020 के कार्यान्वयन के लिए कहा है। 8 सितंबर से 25 सितंबर, 2020 तक शिक्षापर्व का आयोजन

शिक्षा मंत्रालय सुझाव देने के उद्देश्य से 8 सितंबर से 25 सितंबर, 2020 तक शिक्षापर्व का आयोजन भी कर रहा है, ताकि विभिन्न विषयों पर विचार-विमर्श किया जा सके और एनईपी 2020 को लागू किया जा सके। एनईपी 2020 द्वारा लाए गए स्कूली शिक्षा में प्रमुख सुधारों में प्रारंभिक बचपन देखभाल शिक्षा (ईसीसीई) का सार्वभौमिकरण, बुनियादी साक्षरता और बुनियादी संख्यात्मकता पर ध्यान केंद्रित करने के लिए राष्ट्रीय मिशन शामिल हैं। व्यावसायिक और शैक्षणिक पाठ्यक्रम की भिन्नता को दूरा करना है।

Posted By: Shweta Mishra